राजस्थान

प्रासंगिक है गांधी दर्शन इसको आत्मसात करें : माथुर

बून्दीKrishnaKantRathore/ @www.rubarunews.com>>राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वी जयंती वर्ष एवं स्वतंत्रता दिवस की पिचहत्रवीं वर्षगांठ के उपलक्ष में कस्तूरबा गांधी जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रमो की श्रृंखला में माटून्दा स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति समग्र शिक्षा अभियान जिला प्रशासन एवं महिला अधिकारिता विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित शिविर के तहत गांधी दर्शन में उल्लेखनीय कार्य हेतु सम्मान, प्रशिक्षण सत्र, परिचर्चा, संवाद व प्रश्नोत्तरी गतिविधियां सम्पन्न हुई। आयोजन में गांधी दर्शन समिति के संयोजक राजकुमार माथुर मुख्य अतिथि तथा जिला खेल अधिकारी वाई बी सिंह विशिष्ट अतिथि रहे, अध्यक्षता महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक भैरू प्रकाश नागर ने की। शिविर में गांधी दर्शन के अंतरराष्ट्रीय आयोजनों से जुड़े असिस्टेंट प्रोफेसर सर्वेश तिवारी मुख्य वक्ता थे। समसा के सहायक निदेशक सतीश जोशी, सहायक परियोजना समन्वयक ऋषिराज शर्मा,कार्यक्रम अधिकारी राजेन्द्र भारद्वाज , समिति के तालेड़ा ब्लॉक के चन्द्रवीर सिंह व प्रबंधन समिति के अध्यक्ष धनराज मीना मंचासीन थे।




मुख्य अतिथि पद से बोलते हुए माथुर ने कहा कि महान व्यक्तित्व अपने विचारों द्वारा सदैव अमर रहते हैं। गांधी दर्शन की प्रासंगिकता हर काल व समय में है, आज आवश्यकता इस बात की है कि हम गांधी दर्शन को अपने जीवन में अपनाएं व गांधी जी द्वारा प्रशस्त किए गए मार्ग पर सतत रूप से क्रियाशील हों। कस्तूरबा गांधी के स्वयं के सशक्त व्यक्तित्व के द्वारा उन्होंने भारतीय जनमानस में अपनी एक अलग पहचान बनाई व महिलाओं की प्रेरक शक्ति बनी । उन्होंने आयोजन को सार्थक व प्रभावी बताते हुए महत्ता पर प्रकाश डाला।




मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए सर्वेश तिवारी ने संभागियों को परिचर्चा, संवाद व प्रशिक्षण सत्र के माध्यम से कस्तूरबा गांधी के जीवन दर्शन, कृतित्व व व्यक्तित्व से परिचित करवाया, बालिकाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि कस्तूरबा एक सामान्य निरक्षर महिला थी जिनका बचपन मे ही विवाह हुआ था , लेकिन उन्होंने देश बाहर अफ्रीका में जाकर भी स्वयं की शक्तियों को पहचाना व अपने आप को एक निडर, नेतृत्व कुशल, सत्याग्रही स्वतंत्रता सेनानी की छवि में स्थापित किया। वे महिला सशक्तिकरण की एक सशक्त मिसाल है व बालिकाऐं उनके जीवन से प्रेरणा लें, डरें नहीं। गांधी दर्शन को आत्मसात करें। अंतर्निहित शक्तियों को जागृत कर, स्वयं का स्वयं मूल्यांकन करें सेल्फ मोटिवेटर बने व आत्मविश्वास जागृत कर स्वयं सिद्धा बने। तिवारी ने इस अवसर पर प्रशिक्षणार्थियों को व्यक्तित्व विकास का संकल्प दिलाया । गांधी दर्शन समिति के तालेड़ा ब्लॉक के संयोजक चन्द्रवीर सिंह ने गांधी दर्शन की जीवन मे महत्ता पर प्रकाश डाला उन्होंने व्यक्तित्व विकास का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि जीवन में एटीट्यूड का विशेष महत्व है जिस प्रकार शेर अपने एटीट्यूड के कारण जंगल का राजा होता है उसी प्रकार जीवन में सफल होने के लिए अपने व्यक्तित्व विकास पर ध्यान देंना बहुत जरूरी है।




शिविर में गांधी दर्शन पर संभागियों की प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें प्रशिक्षणार्थियों ने अतिउत्साह से भाग लिया। रोचक प्रतिस्पर्धात्मक मुकाबले में संभागी रामसिया मीणा,सुमनदीप कौर,रेशम मीणा,पूजा प्रजापत,कुमकुम मीणा, अन्तिमा मीणा व संजना मीणा ने बाजी मारी। विजेताओं को अतिथियों द्वारा पुरुस्कृत किया गया।

इस अवसर पर महात्मा गांधी संस्थान मॉरीशस, स्वामी विवेकानंद भारतीय सांस्कृतिक केंद्र तेहरान द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय आयोजनो में सहभागिता के साथ महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा के आयोजनों में प्रतिनिधित्व व राष्ट्रीय व्याख्यानमाला महात्मा व महिला सशक्तिकरण में सहभागी सर्वेश तिवारी को संस्कृति मंत्रालय व गांधी स्मृति व दर्शन समिति द्वारा गांधी दर्शन पर नॉनवोइलेंट कॉम्युनिकेशन ओरिएंटेशन सम्मान प्रमाण पत्र, स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।




इससे पूर्व विद्यालय प्रांगण में कोरोना गाइडलाइन के साथ प्रशिक्षण प्रारम्भ हुआ। बापू के प्रिय भजन “वैष्णव जन तो तेने कहिये जे पीड़ परायी जाणे रे, पर दुख्खे उपकार करे तोये मन अभिमान ना आणे रे” तथा रामधुन की सुमधुर स्वरलहरियों के बीच अतिथियों ने सरस्वती पूजन, महात्मा गांधी तथा कस्तूरबा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित कर शिविर का शुभारंभ किया। समसा के सहायक निदेशक सतीश जोशी ने आयोजन की प्रासंगिकता के साथ अतिथियों का स्वागत भाषण द्वारा अभिनंदन किया। संस्था सदस्य सीमा यादव व शकुन्तला गुर्जर ने माल्यार्पण कर, पुष्पगुच्छ व स्मृति चिन्ह भेंटकर अतिथियों का स्वागत किया। सहायक परियोजना समन्वयक ऋषिराज शर्मा ने कस्तूरबा गांधी के जीवन वृत्त पर प्रकाश डाला व कस्तूरबा आवासीय विद्यालयों बालिका विकास में भूमिका की जानकारी दी। काउंसलर मोना शर्मा ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की शपथ दिलाई। संचालन विभाग के रविराज मिश्रण ने किया। कार्यक्रम अधिकारी राजेन्द्र भारद्वाज ने आभार प्रकट किया। इस अवसर पर विभाग की कल्पना शर्मा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, रोवरमेट आतिश वर्मा, सहयोगिनी, सहायिका व विद्यालय परिवार के सदस्य गण सहित ग्रामीण उपस्थित रहे