राजस्थान

वनकार्मिकों का धरना व कार्य बहिष्कार दूसरें दिन भी जारी Dharna and work boycott of forest workers continues for the second day

बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- संयुक्त संघर्ष समिति वन विभाग राजस्थान के तत्वाधान में मंगलवार को दूसरे दिन भी कार्यालय वन मंडल बूंदी और वन विभाग रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व बूंदी उपनिदेशक कार्यालय परिसर में वनकार्मिकों का अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार एवं धरना जारी रहा। संयुक्त संघर्ष समिति वन विभाग बूंदी के जिला अध्यक्ष नरेंद्र सिंह सोलंकी ने कहा कि हमारी जायज 15 सूत्री मांगें पूर्ण नहीं होने तक इसी तरह धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। धरने में रेंज बूंदी के श्योजी लाल चौहान विष्णु शर्मा, रेंज हिंडोली से द्वारका प्रसाद मीणा, रीना रावल, रेंज डाबी से दुर्गा लाल मालव, सुरेंद्र सिंह, रेंज नैनवां राम राय यादव, विपिन शर्मा एवं के.पाटन से देवी शंकर मीणा, भेरूलाल मालव सहित वन मंडल बूंदी अधीन रेंज बूंदी, रेंज हिंडोली रेंज डाबी, रेंज नैनवा, रेंज के. पाटन के समस्त फील्ड कर्मचारी वर्कचार्ज, वनरक्षक, सहायक वनपाल, वनपाल एवं क्षेत्रीय वन अधिकारी अपनी 15 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार कर धरने पर मौजूद रहे। वहीं संयुक्त संघर्ष समिति वन विभाग रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व बूंदी के तत्वावधान में रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के समस्त स्टाफ भी दूसरे दिन अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार एवं धरने पर रहा। जिसमें सरकार के प्रति समस्त कर्मियों द्वारा विरोध एवं रोष प्रकट कर उचित 15 सूत्री मांग पत्र को लागू करने के मांग की।

वनकार्मिकों का धरना व कार्य बहिष्कार दूसरें दिन भी जारी Dharna and work boycott of forest workers continues for the second day

वन एवं वन्यजीव की सुरक्षा खतरे में
आरवीटीआर संघर्ष समिति के जिला अध्यक्ष बुधराज सिंह हाडा ने बताया कि समस्त राजस्थान की तरह रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व की टाइगर मॉनिटरिंग एवं अन्य वन्यजीवों की सुरक्षा अनुभवहीन लोगों के भरोसे छोड़ी हुई है, जिससे समस्त पर्यावरण वन एवं वन्यजीव की सुरक्षा खतरे में है। विभाग द्वारा चलाए जा रहे विकास कार्यों की मॉनिटरिंग राम भरोसे हैं, जिसमें गुणवत्ता की खामियां होना संभावित है। लगातार जंगल में अवैध गतिविधियां बढ़ रही है। इन्होंने कहा कि सामूहिक कार्य बहिष्कार एवं धरना प्रदर्शन के दौरान वन्य वन्य जीव सुरक्षा आदि की संपूर्ण जिम्मेदारी के लिए किसी भी प्रकार से वनकर्मी जिम्मेदार नहीं होंगे।

इनका कहना है

वन कार्मिकों की 15 सूत्री मांगें पूर्ण नहीं होने तक हमारा यह अनिश्चित कालीन कार्य बहिष्कार व धरना जारी रहेगा। हमारी जायज मांगों को लेकर कई वरिष्ट अधिकारियों ने उच्चअधिकारियों कों पत्र प्रेषित कर हमारी मांगो को न्यायोचित बताया है।
नरेंद्र सिंह सोलंकी, जिलाध्यक्ष वन कर्मचारी संघ, बून्दी

सरकार को किसी अन्य अनुभवहीन कर्मचारीयों के भरोसे नहीं रह कर, कर्मचारियों की जायज मांगों पर विचार करना चाहिए। अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त शिकारियों और असामाजिक तत्वों के सामने बिना साधन सुविधाओं के निहत्थें वनकर्मी कब तक संघर्ष कर सकते है।
बुधराज सिंह हाडा, अध्यक्ष, आरवीटीआर संघर्ष समिति

क्षेत्रीय वन अधिकारियों ने दी वन सुरक्षा एवं वन विकास कार्य प्रभावित होने की सूचना उप वन संरक्षक उप
रामगढ विषधारी टाईगर रिजर्व क्षेत्र के सभी क्षेत्रीय वन अधिकारियों ने फोरेस्ट रेंजर्स एसोसिएशन, राजस्थान जयपुर एवं संयुक्त संघर्ष समिति वन विभाग राजस्थान के संयुक्त आहवान व 15 सुत्रीय जायज मांगों के समर्थन में वन कार्मिकों के सामूहिक हड़ताल पर होने से वन विकास कार्यो पर प्रतिकुल प्रभाव पड़ रहा है एवं वन सुरक्षा संबंधित कार्य भी प्रभावित होने की सूचना क्षेत्र निदेशक महोदय रामगढ विषधारी टाईगर रिजर्व, बून्दी को दी।