ताजातरीनराजस्थान

शास्त्रों में गाय को बताया गया हैं लक्ष्मी स्वरूपा – पुराणाचार्य ज्योति शंकर शर्मा

बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- गोपाष्टमी के पावन पर्व पर बालचंद पाड़ा स्थित ब्रह्मांडेश्वर गौशाला में राष्ट्रीय संत ज्योति शंकर शर्मा पुराणाचार्य के पावन सानिध्य में गोपूजन का आयोजन किया।
आयोजन समिति के प्रवक्ता कथा व्यास आचार्य ऋतुराज शर्मा ने बताया कि गोभक्तों द्वारा गाय का पूजन कर सुंदर वस्त्र आभूषणों से गाय का श्रृंगार किया गया। इस दौरान सभी ने गौ माता की आरती कर परिक्रमा भी की। इस दौरान श्रद्धालुओं ने गौ दान भी किया ।
गौ तत्व पर प्रवचन करते हुए राष्ट्रीय संत ज्योति शंकर शर्मा पुराणाचार्य ने बताया कि पद्म पुराण के अनुसार गाय का दूध एक बार पान करने से व्यक्ति तीन दिन, गाय के दूध से बने दधि खाने से दस दिन व गाय का धी खाने से व्यक्ति 1 महीने तक निरोगी रहता है। गो पंचामृत का पान करने से कैंसर जैसे रोगों से व्यक्ति बच सकता है। पुराणाचार्य ने बताया कि शास्त्रों में गाय को लक्ष्मी स्वरूपा बताया गया है , इसलिए ज्यो व्यक्ति गौ सेवा करता है उससे लक्ष्मी देवी प्रसन्न होती है।
कथा व्यास ऋतुराज शर्मा ने बताया कि भगवान श्री कृष्ण ने भी गोचारण गोपाष्टमी के दिन ही प्रारम्भ किया इसलिए ये बहुत पवित्र दिन है , इस दिन गोदान व गोसेवा का महत्व अधिक है। इस अवसर पर प्रदीप कुमावत, ब्रह्मण्ड गौशाला के अध्यक्ष महावीर जैन, भूतपूर्व अध्यक्ष नाहर सिंह राठौड़, गौशाला सचिव दीपा शर्मा, रमेश खटाना, मृदुल शर्मा, कल्याण लाल सैनी, कृष्ण मुरारी चतुर्वेदी, भगवान कुमावत, नवल किशोर श्रृंगी, आदित्य गौतम, संजय सिकरवार, कालू कटारा, गोविंद सिकरवार, अनंत दाधीच, अशोक कुमार शर्मा, प्रमोद गर्ग, सत्यनारायण सोमानी, पं. मनोज गौतम, पं. गिरिराज श्रृंगी, लीला शर्मा, अंजना गौतम, मीना कुमावत, सीता कुमावत मौजूद रहे।