जरा सी लापरवाही परिवार के लिए पीडा बन जाती है-कलेक्टर A little carelessness becomes a pain for the family – Collector
श्योपुर.Desk/ @www.rubarunews.com>>कलेक्टर संजय कुमार ने कलेक्टेªट सभाकक्ष में आयोजित सडक सुरक्षा समिति बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि जरा सी लापरवाही परिवार के लिए पीडा बन जाती है, जिले में सडक दुर्घटनाओं का निरंतर बढता आंकडा बेहद चिंताजनक है, शासन एवं प्रशासन स्तर पर दुर्घटना रोकने के उपाय तो निरंतर किये जा रहे है, साथ ही यह आवश्यक है कि आम लोगों में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता बहुत जरूरी है, वाहन चलाते समय नागरिक नियमों का पालन करे तथा रफ्तार पर नियंत्रण रखे। हेलमेंट लगाना बहुत ही आवश्यक है, बगैर हेलमेंट के दो पहिया वाहन संचालन से असुरक्षा बनी रहती है।
कलेक्टर संजय कुमार ने सभी नागरिकों से अपील की कि वाहन का संचालन सावधानीपूर्वक करें तथा यातायात नियमों का पालन करते हुए वाहन चलायें। उन्होंने परिजनो से भी अपील की कि कम उम्र के बच्चों को दो पहिया वाहन चलाने के लिए न दे, लाइसेंस प्राप्त करने के बाद ही वाहन चलाने की समझाइश दी जाये तथा यातायात नियमों के तहत वाहन संचालन के लिए जागरूकता की जायें। इसके साथ ही उन्होंने सडक निर्माण विभागों के सभी चिन्हित डार्क स्पोट पर सडक सुरक्षा के लिए संकेतक लगाने एवं अपनी-अपनी सडको पर स्टीमेंट के अनुरूप रोड फर्नीचर लगाने के निर्देश भी दिये। इसके साथ ही उन्होंने सडक दुर्घटना में मृत्यु एवं घायलों को आरबीसी के तहत आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु निर्देशित किया गया। इसके अलावा हिट एण्ड रन के मामलो में सॉलेशियम फंड से मृत्यु पर दो लाख रूपये तथा घायलों को एक लाख रूपये की राशि के प्रावधानों के तहत प्रस्ताव भेजने के निर्देश भी दिये।
पुलिस अधीक्षक डॉ राय सिंह नरवरिया ने कहा कि सडक दुर्घटनाओं में सबसे ज्यादा युवा वर्ग के लोग प्रभावित होते है, मोटर साईकल चलाते समय अनिवार्य रूप से हेलमेंट लगाये, सुरक्षित यात्रा के लिए सावधानीपूर्वक वाहन का संचालन जरूरी है। उन्होंने कहा कि हेलमेंट जागरूकता के लिए अभियान चलाने के साथ ही चालानी कार्यवाही भी की जायें।
जरा सी लापरवाही परिवार के लिए पीडा बन जाती है-कलेक्टर A little carelessness becomes a pain for the family – Collector
बैठक में पुलिस अधीक्षक डॉ राय सिंह नरवरिया, एएसपी सतेन्द्र सिंह तोमर, सीएमएचओ डॉ जेएस राजपूत, सीएमओ सतीश मटसेनिया, तहसीलदार संजय जैन, यातायात टीआई सतीश दुबे सहित, आरटीओ तथा सडक निर्माण विभागों के अधिकारी, ऑटो यूनियन आदि के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
बैठक में निर्णय लिया गया कि केन्द्रीय विद्यालय में बच्चों की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए स्कूल परिसर के अन्दर से ही बच्चों को वाहनो में बैठाने एवं छोडने की व्यवस्था सुनिश्चित की जायें।
सडक दुर्घटनाओं के आंकडे
बैठक में सडक दुर्घटनाओं के रोकने के लिए आम नागरिकों के बीच जागरूकता तथा यातायात नियमों को पालन करने पर जोर दिया गया, इस अवसर पर पिछले तीन साल के आंकडे प्रस्तुत किये गये, बताया गया कि वर्ष 2021 में जनवरी से 30 सितंबर तक की स्थिति में 118 सडक दुर्घटना हुई, जिनमें 148 घायल हुए तथा 55 लोगों की असमय मृत्यु हुई। वर्ष 2022 में इस अवधि में 158 सडक दुर्घटनाएं घटित हुई, जिनमें 182 लोग घायल हुए तथा 53 लोगों की मृत्यु हुई। वर्ष 2023 में जनवरी से सितंबर तक 167 सडक दुर्घटनाएं हुई, जिनमें 259 घायल हुए और 62 लोगों की मृत्यु हुई।
संभावित 18 दुर्घटना स्थलों पर संकेतक लगाये जायेगें
सडक निर्माण विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि पुलिस विभाग द्वारा चिन्हित 18 संभावित दुर्घटना स्थलो पर संकेतक लगाते हुए दुर्घटना रोकने के सुरक्षात्मक उपाय किये जायें। पुलिस विभाग द्वारा शहरी क्षेत्र में खातौली तिराहा, बिजली घर के सामने सर्वाधिक संभावित दुर्घटना स्थल चिन्हित किये है। इसके अलावा बगडूआ से भोगिका तिराहा (श्योपुर-पाली रोड), हीरापुरा पुलिया (ढोढर-मानपुर रोड), कदवाल नाला (गोरस-मुरैना रोड), रेशम कॉलोनी मोड (सेंसईपुरा-शिवपुरी रोड), मीणा ढाबा के पास बडौदा (श्योपुर-बारा रोड), राजा साहब का बाग के पास बडौदा (श्योपुर-बारा रोड), टर्रा तिराहा के पास (ढोढर-वीरपुर रोड), हासिलपुर नई पुलिया (ढोढर-श्योपुर रोड), सिरोनी हनुमान मंदिर मोड (गोरस-मुरैना रोड), सारसिल्ली मोड बरगवा क्षेत्र (गोरस-मुरैना रोड), जाटखेडा पेट्रोल पम्प के सामने (श्योपुर-पाली रोड), कनापुर पुलिया (श्योपुर-खातौली रोड), बावन्दा नाला (श्योपुर-शिवपुरी रोड), कराहल-नौरपुरा घाटी एवं आवदा पहुंच मार्ग स्थान चिन्हाकित किये गये है।