राजस्थान

राजस्थान विधानसभा चुनाव में क्षत्रियों के लिए 75 सीटे हो आरक्षित – डॉ. राज शेखावत 75 seats should be reserved for Kshatriyas in Rajasthan Assembly elections – Dr. Raj Shekhawat

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- सत्ता मे भागीदारी के लिए राजस्थान विधानसभा चुनाव में क्षत्रियों के लिए 75 सीटे पर दावेदारी जताते हुए क्षत्रिय करणी सेना परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राज शेखावत ने बूंदी में 8 अक्टूबर रविवार को जयपुर में होने वाले क्षत्रिय एकता महापड़ाव को लेकर पत्रकार वार्ता आयोजित की। क्षत्रिय प्रभुत्व वाली सीटों पर दोनों प्रमुख राजनैतिक दलों से प्रतिनिधित्व नहीं मिलने पर इन्होंने क्षत्रिय करणी सेना द्वारा निर्दलीय चुनाव लड़ने की भी बात कही।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राज शेखावत ने कहा कि क्षत्रियों की प्रमुख 26 मांगों को लेकर जयपुर में होने वाले महापड़ाव में प्रदेश और देशभर से लाखों क्षत्रिय शामिल होंगे। पत्रकार वार्ता में जानकारी देते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राज शेखावत ने बताया कि राजनैतिक पार्टिया सालो से क्षत्रियों की उपेक्षा करती आई है। यह अब नहीं चलेगा इसका बीड़ा क्षत्रिय करणी सेना ने उठाया है और क्षत्रिय करणी सेना परिवार के द्वारा समस्त क्षत्रियों की अध्यक्षता में जयपुर मे क्षत्रिय एकता महापड़ाव की तैयारियां की जा रही है। इस महापड़ाव का क्षत्रियों के और समस्त सनातनियों के हितों की तरफ सरकार का ध्यान आकर्षित करना है। महापड़ाव का मुख्य उद्देश्य आने वाले विधानसभा चुनावों में क्षत्रियो की ज़्यादा से ज़्यादा भागीदारी सुनिश्चित करना है। उपरोक्त माँगो पर सहमति बना कर ही महापड़ाव की पूर्णाहुति की जाएगी। सहमति नहीं बनने पर चुनावों में क्षत्रियों द्वारा करारा जवाब इन राजनैतिक पार्टियों को दिया जाएगा। पत्रकार वार्ता में संजय सिंह झाला, आशीष सिंह तोमर तथा हिम्मत सिंह तंवर भी मौजूद रहें।
गौरतलब है कि इन दिनों 8 अक्टूबर रविवार को जयपुर में होने वाले क्षत्रिय एकता महापड़ाव को लेकर प्रदेश के दौरे पर हैं तथा महापड़ाव में लोगों की भागीदारी को लेकर समाज के लोगों से जनसंपर्क कर रहे हैं।
यह यह हैं प्रमुख मांगे –
क्षत्रिय करणी सेना परिवार की 26 मांगों में क्षत्रियों के प्रभुत्व वाली 75 सीटों पर टिकटों की मांग प्रमुख हैं। प्रमुख मांगों की जानकारी देते हुए डॉ. राज शेखावत ने बताया कि सत्ता में ज़्यादा से ज़्यादा क्षत्रियों की भागीदारी, क्षत्रिय कल्याण बोर्ड, स्वर्ण आयोग और सनातन बोर्ड का गठन, क्षत्रिय छात्रों के लिए जिलों मे हॉस्टल का निर्माण, महापुरूषों और वीरांगनाओं का इतिहास संरक्षित हेतु आयोग का गठन, जनसंख्या नियंत्रण कानून पारित करवा कर लागू करवाना, गौ हत्या रोकने हेतु कड़े कानून, लव जिहाद, लैंड जिहाद और धर्म परिवर्तन जिहाद रोकने हेतु कड़े कानून बनाना, हिंदुस्तान को हिंदू सनातन राष्ट्र घोषित करवाना, सभी भूतपूर्व सैनिकों, अर्धसैनिक बलों और शहीदों के परिवारों को आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरियों में प्रधानता देना, एट्रोसिटी का दुरूपयोग रोकने हेतु कड़े कानून बनाना और प्रोत्साहन राशि वितरण रोकना, आरक्षण मे समीक्षा पश्चात क्रिमिलेयर का प्रावधान हो ताकि वंचितों को लाभ मिल सके, समान नागरिक संहिता को संपूर्ण हिंदुस्तान में तुरंत प्रभाव से लागू करवाना, मठ मंदिरों पर से सरकार का अंकुश ख़त्म करना, आरक्षण का प्रावधान आर्थिक आधार पर हो, मेवाड़ नरेश क्षत्रिय कुलभूषण श्री श्री महाराणा प्रताप सिंह जी की जन्म जयंती पर सम्पूर्ण राष्ट्र में राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की मांगे सम्मिलित हैं।