नियमित रक्तदान करने वालो को अचानक मृत्यु का डर नहीं रहता है: डॉ. राकेश
कोटा.K.K.Rathore/ @www.rubarunews.com- विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर सोसाइटी हैस ईव इंटरनेशनल चैरिटेबल ट्रस्ट के द्वारा रक्तदान से सम्बंधित विभिन्न प्रकार की भ्रांतियों को दूर करने के लिए और लोगों स्वैच्छिक रक्तदान हेतु प्रेरित करने के लिए कोटा एम. बी. एस. हॉस्पिटल की केन्द्रीय प्रयोगशाला के इन्चार्ग डॉ. राकेश कुमार सिंह का लाइव सेमीनार सोशल मीडिया पर रखवाया गया । ट्रस्टी डॉ. निधि प्रजापति ने बताया की इसके साथ ही श्री राम ब्लड बैंक में स्वैच्छिक रक्तदान का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया । डॉ. राकेश सिंह ने अपने ऑनलाइन सेमीनार में बताया की रक्तदान करने के सिवा रक्त को बनाने का कोई और तरीका नहीं है क्योंकि इसकी एक ही फैक्ट्री है और वो है मानव शरीर इसलिए सभी को अपने जीवन के विशेष अवसरों जैसे जन्मदिन, सालगिरा, पुण्यतिथि आदि पर स्वैच्छिक रूप से रक्तदान करना चाहिए यही जीवन का सबसे बड़ा दान है । अपने उद्बोधन में उन्होंने चारों प्रकार के रक्त समूहों, सब समूहों, डब्लू एच ओ की गाइड लाइन के अनुसार कौन- किसे रक्त दे सकता है किसे नहीं, किससे रक्त लिया जा सकता है किससे नहीं, दवाइयां लेने वालों को रक्तदान करना चाहिए या नहीं, खिलाडियों पर रक्तदान का क्या प्रभाव पड़ता है महिलाओं को रक्तदान करना चाहिए या नहीं, रक्तदान से पहले या बाद में क्या खाना चाहिए, कमजोरी आती है या नहीं आदि सभी पहलुओं पर प्रकाश डाला । रक्तदान करने के बाद शरीर को होने वाले फायेदे बताये उन्हने कहा की जो लोग स्वैच्छिक रूप से रक्तदान करते है शोध में यह पाया गया है की उन्हें अचानक मृत्यु आने का खतरा आम इंसानों से बहुत कम रहता है । इस दौरान डॉ. राकेश सिंह ने लाइव सेशन में आ रहे सभी प्रश्नों का उत्तर भी दिया और देखने वाली को रक्तदान से सम्बंधित जिज्ञासाओं को शांत किया । अंत में डॉ. निधि ने डॉ. राकेश सिंह और सभी रक्तदाताओं का धन्यवाद ज्ञापित किया ।