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नए भारत के निर्माण के लिए महिला सशक्तिकरण आवश्यकः बिरला

नई दिल्ली.Desk/ @www.rubarunews.com- नए भारत के निर्माण की मूलभूत आवश्यकताओं में महिला सशक्तीकरण तथा बालिकाओं का संरक्षण व उनकी शिक्षा को प्रोत्साहन भी शामिल हैं। महिलाओं व बालिकाओं के स्वास्थ्य, निजी स्वच्छता, शिक्षा, पोषण के सामुहिक प्रयायों को गति देने की आवश्यकता है, तभी वे समाज की प्रगति में अपनी सहभागिता निभा सकती हैं। यह बात लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने रविवार को इंडियन रेडियोलाॅजिकल एंड इमेजिंग एसोसिएशन के ‘‘रक्षा‘‘ कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कही।
नई दिल्ली स्थिति आवास पर डिजीटल मंच पर आयोजित कार्यक्रम में देशभर से जुड़े आईएमआरआई के सदस्य चिकित्सकों को संबोधित करते हुए कहा कि चिकित्सकों को भगवान का दूसरा रूप माना जाता है। रोगियों की सेवा व उनकी जीवन की रक्षा में चिकित्सकों के योगदान का कोई सानी नहीं है। कोरोना काल में चिकित्सकों ने अपनी जान खतरे में डाल कर निस्वार्थी सेवा की जो मिसाल गढ़ा, उसका कोई दूसरा उदाहरण देखने को नहीं मिलता। इसके लिए पूरा देश चिकित्सकों को नमन करता है।
उन्होंने रक्षा कार्यक्रम के माध्यम से महिला एवं बालिका सशक्तिकरण की दिशा में अनुकरणीय पहल करने पर आईएमआरई की सराहना की। बिरला ने कहा कि महिलाआंे में सर्वाइकल कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, निजी स्वच्छता व पारीवारिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना अतिआवश्यक है। रक्षा कार्यक्रम यह सब सुनिश्चित कर महिला एवं उसके परिवार को गंभीर बीमारियों की चपेट में आने से बचाने का प्रयास करेगा।
बिरला ने कहा कि भू्रण लिंग परीक्षण, कन्या भू्रण हत्या सामाजिक अभिशाप हैं। रक्षा कार्यक्रम के माध्यम से इनका उन्मूलन आईएमआरआई को प्रशंसनीय उद्देश्य है। बालिकाओं को पुष्पित-पल्लवित होने के पर्याप्त अवसर मुहैया हों, यह हम सब की जिम्मेदारी हे। कार्यक्रम के तहत वितरित की जा रही बालिका किट के माध्यम से बालिका शिक्षा को भी प्रोत्साहित किया जा सकेगा। एसोसिएशन विद्यालयों में सैनेटरी पैड वेंडिंग मशीनंे लगवा रही है, इससे एक उम्र के बाद बालिकाओं के पढ़ाई छोड़ने की घटनाओं में भी कमी आएगी।
उन्होंने कहा कि भारत की विशाल जनसंख्या को देखते हुए सामुदायिक सुधार कार्यक्रमों में निजी सहभागिता का अपना महत्व है। सामाजिक उत्थान के इस प्रकार के कार्यक्रमों के लिए समाज के प्रत्येक वर्ग को आगे आना चाहिए। ऐसा करके ही हम सर्वकल्याण के अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।
इससे पूर्व आईएमआईआर के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. दीपक पाटकर ने लोकसभा अध्यक्ष बिरला का स्वागत करते हुए कहा कि रक्षा कार्यक्रम के माध्यम से आईआरएमआई महिला एवं बालिका अधिकारों के संरक्षण का प्रयास कर रही है। कार्यक्रम को संस्था के निवर्तमान अध्यक्ष डा. हेमंत पेटल, निर्वाचित अध्यक्ष डा. सी. अमरनाथ ने भी संबोधित किया। संचालन उदयपुर की डा. नेहा दिवे ने किया।
दो लाख किट का होगा वितरण
रक्षा कार्यक्रम की राष्ट्रीय संयोजक एवं अध्यक्ष डा. संगीता सक्सेना ने बताया कि कार्यक्रम के तहत देश भर में दो लाख से अधिक महिला एवं बालिका किट का वितरण किया जाएगा। यह किट स्वास्थ्य, निजी स्वच्छता व पोषण सुनिश्चित करेेंगे। इसके अलावा संस्था ने स्थानीय भाषा में वीडियो तैयार किए हैं जिनके माध्यम से विभिन्न रोगों के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने का प्रयास किया जाएगा। डा. सक्सेना ने बताया कि इस अवसर पर रक्षा फंड की भी शुरूआत की गई है। इसमें आमजन से प्रतिदिन के 1 रूपए के हिसाब से सालाना 365 रूपए के सहयोग का आग्रह किया गया है इस राशि का उपयोग भी महिलाआंे व बालिकाओं के उत्थान में किया जाएगा। इस फंड में दान को आयकर से छूट प्राप्त है।