हम बाल विवाह मुक्त भारत अभियान का पुरजोर समर्थन करते हैं- मुनेन्द्र शेजवार
<strong>स्वदेश ग्रामोत्थान समिति दतिया (नवांकुर संस्था) ने बाल विवाह के विरुद्ध जिला स्तरीय जागरुकता अभियान आरम्भ किया</strong>
<strong>नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी के नेतृत्व में ऐतिहासिक ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ अभियान का हुआ शुभारंभ, जागरुकता के लिए दस हजार गावों में जलाए गए दीये </strong>
<strong>बाल विवाह के खिलाफ दुनिया का सबसे बड़ा अभियान
देशभर के 500 जिलों में लोगों को जागरुक करने के लिए 70 हजार महिलाओं और बच्चों के नेतृत्व में जलाया गया दीया
राज्य सरकारों, शासकीय विभागों व नागरिक सामाजिक संगठनों ने भी लिया अभियान में हिस्सा</strong>
दतिया @rubarunews.com>>>>>>>>>>>>देश में बाल विवाह की बुराई को समाप्त करने के लिए समुदाय को जागरुक करने के मकसद से शुरु किया गया “बाल विवाह मुक्त भारत अभियान” का आगाज हो गया। इस ऐतिहासिक ‘बाल विवाह मुक्त भारत अभियान का नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी और लेमा जोबोई ने राजस्थान से दीप जलाकर कर शुभारंभ किया।
आजाद भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया में बाल विवाह जैसे सामाजिक मुद्दे पर इतना बड़ा अभियान पहली बार जमीनी स्तर पर शुरु हो रहा है, जिसमें देशभर के हजारों गांवों में लाखों आमजन ने दीया जला कर इस सामाजिक बुराई को खत्म करने का प्रण लिया। बड़ी बात है कि अभियान को राज्य सरकारों ने भी अपना समर्थन दिया है।
अभियान के तहत आज देशभर के 26 राज्यों में 500 से अधिक जिलों में करीब 10 हजार गांवों (केएससीएफ द्वारा 6,015 गांवों में बाकी सरकार और अन्य संस्थाओं द्वारा) की 70,547 महिलाओं और बच्चों के नेतृत्व में जागरुकता कार्यक्रम आयोजित कर दीया जलाया गया और कैंडिल मार्च निकाला गया। इस अभियान में दो करोड़ से अधिक लोगों ने हिस्सेदारी कर बाल विवाह को खत्म करने की शपथ थी। बाल विवाह बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा, तीनों पर ही गंभीर प्रभाव डालता है। कई सतत् विकास लक्ष्य(एसडीजी) में भी बाल विवाह के खात्मे को प्राथमिकता दी गई है। बाल विवाह जैसी वैश्विक बुराई को खत्म करने के लिए कई स्तर पर एकजुट प्रयास करने होंगे।
इसी क्रम में स्वदेश ग्रामोत्थान समिति दतिया (नवांकुर संस्था) ने बाल विवाह के विरुद्ध राष्ट्र स्तरीय जागरुकता अभियान के इस दीप जलाओ कार्यक्रम में 450 लोगों ने बाल विवाह को समाप्त करने का संकल्प लिया।
संस्था संचालक रामजीशरण राय ने बताया कि अभियान के तीन मुख्य लक्ष्य हैं- पहला कानून का सख्ती से पालन हो, यह सुनिश्चित करना। दूसरा, महिलाओं और बच्चों का सशक्तीकरण करना और 18 साल तक के सभी बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा की व्यवस्था करना। जबकि तीसरा उन्हें यौन शोषण से बचाना है।
दतिया में अभियान के तहत मध्यप्रदेश के दतिया जिले में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत में स्वदेश ग्रामोत्थान समिति ((नवांकुर संस्था) दतिया के तत्वावधान में सभागार जिला पंचायत दतिया में जिला स्तरीय जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। आयोजित जिला स्तरीय जागरूकता अभियान-2022 में जिले में संचालित स्वयंसेवी संगठनों, धार्मिक संगठनों, महिला संगठनों, युवा मण्डलों, किशोर मंचों के प्रतिनिधि आयोजक मण्डल में सम्मिलित रहे।
आयोजित कार्यक्रम में मप्र जन अभियान परिषद के संभागीय समन्वयक ग्वालियर संभाग सुशील बरुआ जी, जिला समन्वयक मुनेन्द्र शेजवार, जिला युवा अधिकारी कपिल सेन, संभागीय अध्यक्ष प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन संतोष उपाध्याय, ब्लॉक समन्वयक श्रीमती ज्योति गोस्वामी, संस्था संचालक रामजीशरण राय अभियान सहयोगी अशोककुमार शाक्य मेन्टर यूथ क्लब, बलवीर पाँचाल प्रस्फुटन समिति सेंमई, देवेंद्र बौद्ध नव सहभागी विकास संस्था, प्रस्फुटन समिति के प्रदीप कुशवाहा, मोनिका झा, राजीव शर्मा युवा मंडल उनाव, सुबोध शर्मा नवांकुर संस्था सरसई, नमित त्रिपाठी समाजसेवी, पीयूष राय, आयुष राय, मीडियाकर्मी बृजेन्द्र सिंह कुशवाह, प्रशांत गुप्ता, प्रवीण सिंह परमार, नमित त्रिपाठी सहित विभागीय अधिकारी कर्मचारी व जिले कि स्वयंसेवी संस्थाएँ, धार्मिक व सामाजिक संगठन, युवा मण्डल, नवांकुर, प्रस्फुटन समितियों के पदाधिकारी, प्रतिनिधियों की उपस्थिति रही। उपस्थित सभी ने संकल्प लिया कि बाल विवाह मुक्त भारत की मुहिम में सहभागी रहेंगे। संस्था समन्वयक पीयूष राय ने बताया कि अभियान की गतिविधियों को जिले में सतत संचालित किया जावेगा।
अभियान शुभारंभ में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित लाइबेरिया की लेमा जेबोई ने भी बाल विवाह पर चिंता जताते हुए कहा, ‘बाल विवाह वैश्विक स्तर पर एक भयावह बुराई है। हमें मानवाधिकार की हत्या करने वाली इस कुप्रथा का अंत करना ही होगा।’ आभार व्यक्त नमित त्रिपाठी समाजसेवी ने किया। उक्त जानकारी संस्था संचालक रामजीशरण राय ने दी।