आम मुद्देमध्य प्रदेश

एसपी व कलेक्टर ने खुद कचरा उठाकर, नागरिकों से सहयोग मांगा

स्वच्छता संस्कार का हिस्सा है, जो इंसान को बेहतर बनाता है: एसपी


भिण्ड। शहर में स्वच्छता प्रेरणा महोत्सव के तहत प्लॉग रन कार्यक्रम शनिवार की सुबह किया गया। इस कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह चौहान, कलेक्टर सतीश कुमार एस समेत जिले के अफसर सडक पर दौडकर कचरा बीनते हुए आगे चले। इस कार्यक्रम में अफसरों और समाज सेवियों ने हिस्सा लिया, जिनमें सडक का कचरा उठाकर सफाई की प्रतिस्पर्धा दिखी। यह कार्यक्रम जिला अस्पताल से नगर पालिका भवन तक आयोजित किया गया। जिसके अंतर्गत सिंगल यूज्ड प्लास्टिक के खिलाफ अभियान चलाया गया और अधिकारियों एवं प्रतिभागियों द्वारा आसपास के जगहों से एकल उपयोग प्लास्टिक का संग्रह किया गया। साथ ही इस अवसर पर उपस्थित लोगों को नगरपालिका परिषद भिण्ड में स्वच्छता ही सेवा की शपथ दिलायी गयी। इस दौरान कलेक्टर के साथ अभियान में पहुंचे एसपी शैलेन्द्र सिंह चौहान ने खुद कचरा उठाकर लोगों को प्रेरित किया। स्वच्छता अभियान की कमान संभाल रहे सोनू राजावत सहित कई समाजसेवियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। शहर को सुंदर व स्वच्छ बनाने की दिशा में प्रमुख सडकों से गुजरते हुए लोगों को साफ -सफाई रखने का संदेश दिया। कार्यक्रम का मुख्य आयोजन नगरपालिका प्रांगण में हुआ। जहां कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस और एसपी शैलेन्द्र सिंह चौहान ने लोगों से स्वच्छता में सहयोग मांगा।


पुलिस अधीक्षक नागरिकों से बोले स्वच्छता संस्कार का हिस्सा है, जो इंसान को बेहतर बनाता
पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह चौहान ने यह दायित्व-बोध करवाया कि हम दूसरों के लिए गंदगी नहीं फैलाएं और खुद जो गंदगी करें उसकी सफाई भी स्वयं करें। स्वच्छता संस्कार का हिस्सा है, जो इंसान को बेहतर बनाता है। जिस प्रकार हम अपने घर में साफ -सफाई रखते हैं उसी प्रकार हम सबको सार्वजनिक स्थलों को भी अपना समझकर उसकी साफ.-सफाई एवं देखभाल पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है। स्वच्छता की दिशा में आने वाले समय में शहर में परिवर्तन देखने को मिलेगा।
कलेक्टर बोले कूडा-कूडेदान में ही डाले लोग
कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि वे सुबह और शाम के समय टहलते और जॉगिंग करते समय पार्कों, बगीचों, फुटपाथों, गलियों और आसपास के इलाकों से कूड़े को उठाने की आदत को अपनाए और यह सुनिश्चित करें कि वह कूड़ा पास के किसी कूड़ेदान में डाला जाए। न तो इधर उधर कहीं भी कूड़ा फेंके और न ही फैलायें साथ ही किसी और को भी ऐसा न करने दें और अपने जीवन में प्लॉग-रन को दैनिक दिनचर्या का एक हिस्सा बनायें, जिससे इस आदत को दूसरों के लिए एक उदाहरण के रूप में स्थापित किया जा सके।