राजस्थान

झाडियो मे पड़ी मिली नवजात बालिका की हालत स्थिर, कोटा मे वेंटीलेटर पर हैं नवजात The condition of the newborn girl lying in the bushes is stable, the newborn is on ventilator in Kota

बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com>> झाडियों मे मिली नवजात बालिका के मामले में पुलिस जाँच में नवजात बालिका की नवप्रसूता मॉ नाबालिग निकती। जिसने पर्चा बयान में अपने ही रिश्ते मे लगने वाले भाई पर रेप का आरोप लगाया। बालिका लोक लाज व समाज के भय से उक्त घटना को दबाए रही। पुलिस को नाबालिग ने बताया कि समय रहते गर्भवती होन का पता नहीं चल पाया। टॉयलेट के करते समय बालिका का जन्म हो गया, जिससे घबरा कर उसने नवजात को पास मे ही झाड़ियों मे फेंक दिया। सदर थाना पुलिस का कहना हैं कि नाबालिग से की गई पूछताछ में पूरी जानकारी देते हुए स्वयं का प्रसव होना तथा लोकलाज के भय से रेप की घटना और प्रसव उपरान्त बालिका को झाड़ियों मे फेंकना स्वीकार किया है।

झाडियो मे पड़ी मिली नवजात बालिका की हालत स्थिर, कोटा मे वेंटीलेटर पर हैं नवजात The condition of the newborn girl lying in the bushes is stable, the newborn is on ventilator in Kota

उक्त मामले में पर्चा बयान के आधार पर पोस्को एक्ट में मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है। आरोपी की तलाश की जा रही है। जबकि परिवार सीधे सीधे इस मामले का स्वीकार करने से बचता नजर आ रहा हैं, नाबालिग की मॉ ने अस्पताल ड्यूटी पर होने के कारण उक्त जानकारी नहीं होन की बात कही है। लेकिन नाबालिग का पर्चा बयान में स्वीकार करना महत्वपूर्ण हो जाता है। सदर थाने के थानाधिकारी अरविन्द भारद्वाज के नेतृत्व में पुलिस व एफएसएल टीम ने साक्ष्य एकत्रित कर 4 घंटे में ही मामले की खुलासा कर दिया। प्रारम्भिक जाँच में एक नीजि विद्यालय भवन के बाथरूम में प्रसव होना सामने आया। जहाँ कपड़े, बाल्टी व सीड़ियो पर खून लगा हुआ मिला था।

झाडियो मे पड़ी मिली नवजात बालिका, पुलिस ने करवाया था चिकित्सालय मे भर्ती

शनिवार सुबह  चित्तौड़ रोड बून्दी पर स्थित एक स्कूल के पीछे झाडियो मे एक नवजात बालिका पड़ी सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए सदर थाना पुलिस ने बालिका को झाडियो से दस्तयाब कर सामान्य चिकित्सालय बून्दी मे भर्ती करवाया था। जहाँ एनआईसीयू के प्रभारी डॉ. काबरा के नेतृत्व मे 6 चिकित्सको ने ठंड से कंपकंपा रही नवजात बालिका को प्राथमिक उपचार दिया और बालिका की गम्भीर स्थिति को देखते हुऐ कोटा रेफर कर दिया गया था। कोटा अस्पताल में नवजात बालिका का वेंटिलेटर पर हालज जारी है। जिसकी स्थिति स्थिर बताई गई है।

मानवीय सवंदेनशीलता हो रही हैं समाप्त, पुलिस की भुमिका सराहनीय

उक्त मामले को देखते हुए एक बार फिर मानवीय संवेदनशीलता समाप्त होती नजर आई। बालिका के झाडियों मे पड़े होने की सूचना उसके रोने की आवाज से आसपास वालो को जानकारी मिली। ऐसे मे लोग तमाशबीन की तरह खड़े मजमा लगाए रहे। किसी ने भी उसे संभालने या कपड़े में ढ़कने की आवश्यकता महसूस नही की। पुलिस ने ही उसे साफ कपड़े से ढंका और अस्पताल पहुँचाया।

एक्शन में बाल कल्याण समिति

जानकारी मिलने पर बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष सीमा पोद्वार सदस्य घनश्याम दुबे व छुटटन लाल शर्मा तुरन्त सामान्य चिकित्सालय बून्दी पहुंचे और नाबालिग प्रसूता माता से बातचीत कर चिकित्सको को शीघ्र ईलाज हेतु निर्देश दिये गये। उसे नाबालिग के माता पिता से भी बातचीत कर जानकारी ली। समिति ने दोनों को संरक्षण में लेते हुए चिकित्सकों और पुलिस को उचित कार्यवाही के निर्देश दिए। पूर्व में भी लाखेरी वाले मामले में बाल कल्याण समिति की सक्रियता देखी गई थी। बालिका उत्पीड़न के मामलों मे समिति की भूमिका उल्लेखनीय रही है।

‘‘नवजात बालिका की हालत स्थिर हैं, जिसका कोटा में वेंटिलेटर पर इलाज जारी है। नाबालिग मॉ की शारीरिक व मानसिक स्थिति को देखते हुए काउंसलिंग की आवश्कता दिखाई दे रही है। दोनों बाल कल्याण समिति के संरक्षण में लिया हुआ है। शारीरिक मानसिक क्षतिपूर्ति के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।“

– सीमा पोद्दार, अध्यक्ष, बाल कल्याण समिति बूंदी

”नाबालिग मॉ के पर्चा बयान लिए गए है, जिनमें रिश्ते मे लगने वाले भाई पर रेप का आरोप लगाया है। पोक्सो एक्ट में मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश की जा रही हैं।

– अरविंद भारद्वाज, थानाधिकारी, सदर थाना बून्दी