देश ही नही विदेशों तक फैली बूंदी जिले के मांगली के गुड़ की महक,बड़ी मात्रा में किया जा रहा तैयार
बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- बूंदी जिले के हिंडोली क्षेत्र के मांगली गाँव के गुड़ की मिठास व महक देश में ही नही बल्कि विदेश तक फैली हुई है। हिंडोली क्षेत्र में बड़ी मात्रा में गन्ने की खेती की जाती है। सर्दी आते हैं खेतों से गुड़ की महक उठे लग जाती है। क्षेत्र में इन दिनों किसानों ने गुड़ बनाने का कार्य शुरू कर दिया है जिससे खेतों में गुड़ की महल उठने लगी है यहां पर तीन दर्जन से अधिक स्थानों पर गन्ने की चरखिया संचालित हो रही है। जानकारी के अनुसार क्षेत्र में इन दिनों सर्दी में मांगली कला,बड़ोदिया, अलोद,सथूर, चेंता चतरगंज सहित आसपास के कई गांव में गुड़ की चरखिया संचालित कर दी गई है ऐसे में खेतों में गुड़ की महक उठने लगी है किसान परिवार सुबह-सुबह खेतों में पहुंच जाते हैं जहां पर गन्ने को काटकर गट्ठर बनाकर चरखियों पर लाते हैं। जहा पर गन्ने का रस निकालकर कढ़ाई में उबालकर गुड़ बनाने की प्रक्रिया शुरू कीजाती हैं।क्षेत्रीय किसान देवी लाल सैनी ने बताया कि मांगली कला तथा आसपास के गांव में पहले की अपेक्षा गुड़ का उत्पादन अधिक होने लगा है। उन्होंने बताया कि उनके दादा परदादा पीढ़ियों से गुड बनाते आ रहे हैं यहां देशी तरीके से बिल्कुल शुद्ध अच्छा दानेदार गुड़ तैयार किया जाता है जो देश-विदेश में भेजा जाता है। यहां हरे गन्ने का उत्पादन होता है जो पूरे देश में प्रसिद्ध है। सबसे बड़ी बात यह है कि तैयार किया गुड़ हाथों हाथ चरखी से ही बिक जाता है। जिसके लिए ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ती।
5 किलो की भेली की अधिक मांग
गुड़ बनाने वाले किसानों का कहना है कि पहले 5 किलो की गुड़ की भेलिया तैयार की जाती थी लेकिन अब समय के साथ-साथ लोग भी 5 किलो की भेली नहीं लेकर ढाई से 3 किलो की भेली बनवाना पसंद कर रहा है इन भेलियों की बिक्री अच्छी हो जाती है। उन्होंने बताया कि लोगों की डिमांड के अनुसार ही भेलिया मनाई जाती है।80 रुपए किलो तक बिक रहा गुड
गांव में गुड़ बनाने वाले किसान देवीलाल, छीतर लाल, सोजीलाल,रामनारायण सैनी व गणेश लाल का कहना है कि किसान ताजा व अच्छा गुड़ बना रहे हैं एवं बिना मिलावटी का अच्छा गुड़ 80 रुपये किलो के दाम में बिक रहा है। हालांकि यह दान बहुत कम है इससे उन्हें पड़ता नहीं खा रहा है पूरे वर्ष केवल एक फसल ली जाती है वहीं अगर सब्जी की फ बात करें तो 1 साल में तीन सब्जी की फसल ली जाती है ऐसे में गन्ने से गुड़ बनाने का कार्य काफी महंगा पड़ता है लेकिन पुरखों से चली आ रही परंपरा को जीवित रखे हुए हैं। हालांकि कई किसानों ने अब गुड़ बनाने का काम बंद कर दिया है।
देश के अन्य जिलों सहित विदेश में बिक रहा गुड़
गुड़ बनाने वाले किसानों की माने तो यहां तैयार किया अच्छा हरियाणा पंजाब गुजरात मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश राजस्थान के सभी जिलों सहित पूरे भारत में बिक रहा है यही नहीं यहां का गुड कनाडा अमेरिका दुबई सहित अन्य देशों में भी बिक रहा है।
