सिद्धार्थ निगम और आमिर दलवी ने बताया कि वे ‘अलादीनः नाम तो सुना होगा’ के सेट के बैड बॉयज हैं!
मुम्बई.Desk/@www.rubarunews.com-एक ही एडवेंचर कर रहे दो लोगों के बीच के रिश्ते से ज्यादा मजबूत कोई बंधन नहीं होता है। सोनी सब के ‘अलादीनः नाम तो सुना होगा’ के सेट पर आमिर दलवी और सिद्धार्थ निगम के बीच जो रिश्ता है, वह उन दोनों के लिये अनमोल है, क्योंकि सिद्धार्थ को आमिर में एक मेंटर मिला है और आमिर को सिद्धार्थ में अपना छोटा भाई। स्क्रीन पर तो यह दोनों एक-दूसरे से लड़ते दिखाई देते हैं, लेकिन ‘अलादीनः नाम तो सुना होगा’ के सेट पर इन दोनों का जुड़ाव बहुत खास है। दोनों ने माना है कि वे मस्ती करने में एक-दूसरे के पार्टनर हैं और उन्हें अक्सर सेट के आस-पास बेवकूफियाँ करते पाया जा सकता है, जिससे शूटिंग मजेदार हो जाती है। अपनी अब तक की यात्रा को याद करते हुए आमिर और सिद्धार्थ ने अपने सीक्रेट बताए और खुलासा किया कि उनका रिश्ता भरोसे, आदर, मस्ती और उनकी ऑन-स्क्रीन दोस्ती पर टिका है, जिसे ज़लादीन के नाम से जाना जाता है।
सिद्धार्थ से जुड़ी अपनी मस्ती भरी यादें ताजा करते हुए आमिर दलवी ने कहा, ‘‘हम एक-दूसरे का बहुत आदर करते हैं, हालांकि वह मुझसे छोटा है। अलग उम्र और पृष्ठभूमियों से आने वाले दो कलाकारों और लड़कों के तौर पर हमारी दोस्ती खूबसूरत है। सिद्धार्थ एकाग्र और अनुशासित है और सेट को एनर्जी से भर देता है। उसकी एनर्जी से मेल करना मजेदार होता है, क्योंकि वह माहौल बदल देती है और आखिरकार उस काम में बदल जाती है, जो हम मिलकर करते हैं। उसके लिये मैं हमारी शरारतों और दोस्ती के बावजूद हमेशा आमिर सर रहूंगा। और यह बहुत अच्छी बात है।’’
आमिर दलवी के साथ मिले अनुभव के बारे में सिद्धार्थ निगम ने कहा, ‘‘हम सेट के बैड बॉयज हैं, जो हर पल का मजा लेते हैं। अगर एक ही दिन हम दोनों की शूटिंग होती है, तो सेट जीवंत हो जाता है और हमारी मस्तियाँ सभी को थका देती हैं। हमारी शरारतों के कारण सेट पर #Alayasmine से ज्यादा #Zaladdin ट्रेड कर रहा है। मुझे लगता है कि हम टेलीविजन के कूल हीरो और कूल विलेन हैं। पहले मुझे लगता था कि आमिर में बहुत घमंड होगा, क्योंकि वे एक्टिंग के फील्ड में सीनियर हैं, लेकिन जब मैं उनसे मिला और उन्हें जाना, तो मेरे समझ में आया कि वे सबसे सज्जन और विनम्र इंसान हैं। उनके सीनियर होने के कारण हमारे बीच कोई दूरी नहीं है। वे हमारे अंतर को बिलकुल सटीक तरीके से संतुलित कर देते हैं और उन्होंने हमेशा अपने असली रूप में रहने में मेरी मदद की है। हम एक-दूसरे की टांग खींचते हैं, हंसते हैं और साथी कलाकारों के तौर पर बिना बाधा के काम करते हैं।’’
यह बताते हुए कि आमिर सेट पर सिद्धार्थ को कैसे तंग करते हैं, आमिर ने कहा, ‘‘मैं हमेशा उसे छोटा भाई और दोस्त मानकर तंग करता रहता हूँ। मुझे लगता है कि वह इस सच को तुरंत मान लेगा कि शूटिंग के दौरान मैं ही उसे सबसे ज्यादा तंग करता हूँ। मजेदार बात यह है कि वह मजाक और टांग खिंचाई को बड़े प्यार से लेता है। जब मैं अतीत में जाता हूँ, तो मुझे याद आता है कि उसने मेरे पिछले शो ‘‘सुपर कॉप्स- शपथ’’ के लिये हमेशा मेरी तारीफ की है और इस तरह हमारी बात शुरू हुई और बीतते समय के साथ हमारा रिश्ता मजबूत हुआ।’’
सिद्धार्थ निगम को आमिर दलवी में एक सपोर्टिव मेंटर मिला है। इस बारे में उन्होंने कहा, ‘‘आमिर सर अलादीन की मेरी पूरी यात्रा में सपोर्टिव रहे हैं। वे अलादीनः नाम तो सुना होगा के सेट के सबसे अनुभवी एक्टर्स में से एक हैं। मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है, वे मेरे मेंटर रहे हैं, चाहे एक्टिंग स्किल्स हों या जीवन के महत्वपूर्ण सबक, और इसलिये वे जब भी सेट पर होते हैं, अपने साथ ऐसी नई एनर्जी लाते हैं कि शूटिंग बहुत रोमांचक हो जाती है और मुझे यह बहुत पसंद है।’’
अलादीनः नाम तो सुना होगा में जफर के रोल में अपनी यात्रा के बारे में आमिर दलवी ने कहा, ‘‘हम स्क्रीन पर एक-दूसरे के दुश्मन है, लेकिन किसी भी सीन के लिये मिलकर काम करते हैं, ताकि वह ज्यादा प्रभावी बने। ऐसा कभी नहीं हुआ कि मैं अपना काम करूं और वह अपना। दर्शकों के मनोरंजन के लिये हमने हमेशा मिलकर काम किया है। अगर मैं इस शो की अपनी यात्रा का सार बताऊं, तो वह एक शब्द में होगा… बेहतरीन!’’
सिद्धार्थ ने आगे कहा, ‘‘उनके साथ जो यादें मिली हैं, वह मैं कभी नहीं भूल सकता और पूरी जिन्दगी संजोकर रखूंगा। क्योंकि मेरा ऐसा रिश्ता और कहीं नहीं बना। उनके साथ मेरे रिश्ते का सार यह है कि हम एक-दूसरे के साथ घुले-मिले हैं और हमारा रिश्ता अनमोल है।’’