राजस्थान

अनुशासित सेवाभावी पीढ़ी निर्माण की पाठशाला है स्काउटिंग – जोशी

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-पेच ग्राउंड स्थित स्काउट गाइड भवन पर इन दिनों चल रहे भारत स्काउट गाइड स्थानीय संघ बूंदी के तीन दिवसीय द्वितीय तृतीय सोपान स्काउट गाइड शिविर के द्वितीय दिवस कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रभारी सहायक जिला कमिश्नर स्काउट सतीश जोशी मुख्य अतिथि रहे। शिविर में सेवा टोलियों के माध्यम से स्काउट्स ने पौराणिक सांस्कृतिक धरोहर बाणगंगा परिसर पहुंचकर श्रमदान कार्य किया । इस अवसर पर मुख्य अतिथि जोशी ने प्रशिक्षणार्थी विभिन्न विद्यालयों के स्काउट को ज्ञान चरित्र स्वावलंबन व अनुशासन का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि स्काउटिंग सेवा समर्पण त्याग के साथ नई पीढ़ी को अनुशासित करती है। विश्व का सबसे बड़ा गणवेशित कार्यक्रम होने के साथ स्काउट गाइड अनुशासित सेवा भावी पीढ़ी निर्माण की पाठशाला है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जोशी ने दुर्व्यसनों के स्वास्थ्य, समाज व व्यक्ति के विकास पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों से रूबरू करवाया व संभागियों को समाज मे व्यसन मुक्ति अभियान के प्रहरी बनने का संकल्प दिलाया। इस अवसर पर जोशी ने शिविर का अवलोकन किया संभागियों से वार्तालाप किया तथा सांस्कृतिक धरोहरों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उनके संरक्षण के महत्व की जानकारी दी स्काउट द्वारा बाणगंगा में सेवा कार्य की सराहना की। इससे पूर्व लीडर ट्रेनर देवी सिंह सेनानी के नेतृत्व में शिविर संचालक राजेंद्र प्रसाद सरोया प्रशिक्षक दल के ट्रैनिंग काउंसलर ओंकार सिंह हाडा,बुद्धि प्रकाश पुंडीर ओंकार सिंह हाडा हंसराज चौधरी सर्वेश तिवारी जितेंद्र कुमार शर्मा शंभू दयाल शर्मा व रोवरमेट आतिश वर्मा के सानिध्य में अलग अलग दलों ने विविध प्रशिक्षणों के साथ बाणगंगा परिसर में पहुंचकर श्रमदान व सेवा कार्य किया तथा कर्तव्य पालन,दूसरों की सहायता व सेवा कार्य करने की प्रतिज्ञा का दोहरान किया। कार्यक्रम में सचिव देवी सिंह सेनानी ने स्वागत भाषण के साथ शिविर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया संचालक दल ने स्कार्फ़ पहनाकर कर अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन संयुक्त सचिव सर्वेश तिवारी ने किया। जनरल सेल्यूट गार्ड ऑफ ऑनर स्काउट प्रार्थना के साथ शुरू हुए कार्यक्रम में ध्वजारोहण के बाद प्राथमिक चिकित्सा, वन विद्या, कैंप क्राफ्ट, खोज के चिन्ह, पायनियरिंग, गांठो, स्ट्रेचर व रोगियों की पट्टियों के निर्माण व बांधने का प्रशिक्षण प्रदान किया गया।