मध्य प्रदेशश्योपुर

भूमि पर मालिकाना हक मिले बिना आदिवासियों का पलायन रोकना संभव नहीं –रनसिंह परमार

श्योपुर.Desk/ @www.rubarunews.com- श्योपुर महात्मा गांधी सेवा आश्रम पर जिले के कराहल ब्लाक के 30 गावो के 60 चुने हुये मुखिया ओं का दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आज प्रारंभ हुआ जिसमें सर्वप्रथम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण कर ब मुखियाओं द्वारा पुष्प चढ़ाकर प्रार्थना सभा कर कार्यक्रम की बिधिवत शुरुआत की गई

कार्यक्रम का परिचय एवं स्वागत भाषण महात्मा गांधी सेवा आश्रम के प्रबंधक श्री जयसिंह जादौन ने बताया कि हम हमेशा दूसरों की तरफ देखते रहते हैं और हमेशा यह देखते हैं कि हमारी समस्या का समाधान कोई आकर के करेगा हम सब ग्रामीण मुखियाओं को यह तय करना होगा कि अपनी समस्याओं के समाधान लिए हमें खुद आगे आकर पूरी समझ के साथ काम करना होगा तथा गांव गांव में पढ़े-लिखे नौजवानों को आगे लाना होगा
कार्यक्रम कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ रन सिंह परमार जी ने कहा कि भूमि पर मालिकाना हक मिले बिना सहरिया का पलायन रोक पाना संभव नहीं है उन्होंने बताया कि जब तक अंतिम व्यक्ति का भूमि अधिकार सुरक्षित नहीं होंगा तब तक वह अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो सकता इसलिए हमें सबसे पहले हमारे भूमि अधिकारों को सुरक्षित करना होगा चाहे वह राजस्व भूमि हो या वन भूमि हो हमें अपनी धरती माता को बचाना है और उसके द्वारा ही हमें अपने जडो को मजबूत बनाना है जड़ मजबूती हेतु भूमि अधिकार बहुत जरूरी है। समुदाय बैठक कर हमें समाज को संगठित कर अपने हक अधिकार को प्राप्त करना होगा

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एकता परिषद की उपाध्यक्ष श्रद्धा बहन ने अपनी बात नारा लगाकर की “बहनों के सहयोग बिना हर बदलाव अधूरा है ” उन्होंने आगे कहा कि भूमि अधिकारों को प्राप्त करने के लिए हमें बहनों को भी आगे लाना पड़ेगा और नौजवानों को भी आगे आना होगा गांव-गांव में हमें बहनों को और पढ़े-लिखे नौजवानों को प्रशिक्षित करना होगा कानून की जानकारी प्राप्त करनी होगी ताकि हम विधिवत तरीके से अपने सामुदायिक दावे एवं व्यक्तिगत दावों को लगाकर वन अधिकार को प्राप्त कर सकें इस हेतु हम मुखिया को भी निरंतर काम करना होगा गांव-गांव में
आपसी चर्चा के दौरान ग्रामीणों मुखियाओं ने बनाधिकार के सामुहिक एबम व्यक्तिगत अधिकार नही मिलने पर नाराजगी जताई

कार्यक्रम में दौलतराम गोड़, टुंडा राम लांगुरिया,गिर्राज आदिवासी, बिरमदेव ,रामचरण,ग्यारसी वाई रानीपुरा,कोमल सेमरा,कैलाश मोरवन,प्रेम किशनपुरा, दुख्खी आदिवासी लुहारी,रामचरण गोरस,दख्खो बाई मोरवन,जगदीश करिया दे,दौलतराम बिलडबरा,आदि उपस्थित रहे
कार्यक्रम का सन्चालन वरिष्ठ समाजिक कार्यकर्ता एबम महात्मा गांधी सेवा आश्रम प्रवन्धक जयसिह जादौन द्बारा किया गया