स्वास्थ्य सुविधाओं व व्यवस्थाओं को जांचने के लिए चिकित्सा संस्थानों पर हुई मॉक ड्रिल
बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- चीन में श्वसन रोग के मामलों में वृद्धि को देखते हुए जिले के चिकित्सा प्रबंधन को अलर्ट करने के उद्देश्य से जिला अस्पताल सहित सभी संस्थानों में स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता की दृष्टि से मॉक ड्रिल की गई। इस मॉकड्रिल के दौरान बैड, जांच, दवा, एम्बुलेंस, मानव संसाधन एवं आवश्यक उपकरणों आदि की मॉनिटरिंग की गई। यह मॉकड्रिल मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों तक हुई । डॉ सामर ने कहा कि भारत सरकार की ओर से इस बीमारी से बचाव के संबंध में जारी एडवाइजरी तथा चिकित्सा विभाग की ओर से जारी दिशा-निर्देशों की पालना सुनिश्चित की जाएगी ।
सीएमएचओ डॉ. ओ पी सामर ने बताया कि भारत सरकार की ओर से जारी पत्र एवं उपलब्ध सूचनाओं के अनुसार अभी तक स्थिति चिंताजनक नहीं है, लेकिन प्रदेशभर में संक्रामक रोगों की सर्विलेंस एवं रोकथाम के लिए चिकित्सा प्रबंधन क़ो पूरी सतर्कता के साथ कार्य करने के दिशा निर्देश राज्य स्तर से जारी किये गए है। सभी चिकित्सा संस्थानों में जांच, दवा, उपचार आदि के समुचित इंतजाम सुनिश्चित रखने तथा चीन में पाई गई श्वसन संबंधी बीमारी से बचाव के लिए तैयारियों हेतु मंगलवार को राज्य स्तर से हुई वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अधिकारियों को बुधवार क़ो मोकड्रिल करने के निर्देश दिए गए थे। जिसकी पालना मे जिले मे मॉक ड्रिल की गई। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल सहित जिले के सभी चिकित्सा संस्थानों में बुधवार को मॉकड्रिल गंभीरता के साथ की गई।
जिलाधिकारियों ने लिया जायजा
डॉ. सामर ने जिला अस्पताल एवं जनाना सहित ब्लॉक के अन्य संस्थानों मे जिला स्तरीय अधिकारियों सहित स्वयं पहुंच कर मॉक ड्रिल का जायजा लिया। इस दौरान डिप्टी सीएमएचओ डॉ. कमलेश शर्मा, डॉ. एस आर मीणा सहित जिला स्तर के अधिकारी मौजूद रहे। डॉ. सामर ने बताया कि फिलहाल देश में इस बीमारी का एक भी मामला सामने नहीं आया है। फिर भी एहतियातन चिकित्सा तंत्र को मजबूत रखने की दृष्टि से सजगता बरती जा रही है। चूंकि चीन में बच्चों में श्वसन रोग के मामले अधिक सामने आए हैं। इसे देखते हुए शिशु रोग इकाइयों एवं मेडिसिन विभाग में उपचार के पर्याप्त इंतजाम रखने के निर्देश राज्य स्तर से मिले है चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार यह इंफ्लूएंजा, माइकोप्लाज्मा निमोनिया एवं सॉर्स कॉव-2 आदि के कारण होना पाया गया है। डॉ. सामर ने कहा कि बच्चों, वृद्धजनों, गर्भवती महिलाओं एवं को-मोरबिड रोगियों में संक्रमण की आशंका अधिक रहती है। अतः बचाव की दृष्टि से आमजन को आवश्यक उपाय अपनाने के लिए विभाग द्वारा जागरूक भी किया जा रहा है। डिप्टी सीएमचो डा कमलेश शर्मा और इसके नोडल अधिकारी ने बताया की बुधवार क़ो हुई मोकड्रिल मे मिली खामियों क़ो तीन दिवस मे सुधारने के निर्देश दिए गए। वही ब्लॉक के बीसी एम ओ क़ो इसका ब्लॉक वाइज नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।