योग में भी मिलावट हो रही, विशुद्ध योग करना चाहिए – योग गुरु धीरज

योग कक्षा का शुभारंभ योग गुरु धीरज ने मंत्र ॐ सर्वेषां स्वस्ति भवतु से किया। इसके बाद योग गुरु धीरज ने मंच पर आसनों का अभ्यास कराया,आसन संस्थान संरक्षक भगवान असावा ने किये और आसनों का विवरण योग गुरु ने दिया।आसनों में शशांकासन ,अंजनी आसन, हस्त उत्तानासन, तिर्यक ताड़ासन, कटिचक्रासन, सूर्य नमस्कार, प्रसारित पादुकासन,मकरासन, शलभासन ,विमानासन, है धनुरासन, तितली आसन, जानुशिरासन, सेतुबंधासन, पवनमुक्तासन तथा प्राणायाम में भ्रामरी ,ओंकार,शवासन व शांति पाठ के साथ समापन किया। कार्यक्रम में भाजपा नेता भरत शर्मा, पूर्व शैक्षिक अधिकारी ऋषिराज शर्मा, रमेश भंडारी, सुरेश चंदवानी, अभयदेव शर्मा, तरुण राठौर, मुकेश कुमावत,पवन प्रजापति , लोकेन्द्र सिंह, सत्यनारायण नुवाल, आलोक जैथलिया,अनुराग शर्मा, विनोद मंत्री, बालकिशन बील्या, सुनील राठौर,शंभू शर्मा ,सुभाष भंडारी, पुरुषोत्तम गहलोत, जगदीश त्रिपाठी, शकुंतला भंडारी, द्वारका मंत्री, भगवान बिरला आदि गणमान्य योग साधक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन ऋचा नौसाल्या ने किया।