सामान्य ज्ञान और शिक्षा मनोविज्ञान का पेपर निरस्त, परीक्षार्थी बोले – जिसका डर था, वहीं हुआ,
बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-‘रीट का पेपर ट्रक ले गया-सेकंड ग्रेड बस परिहास, बेरोजगारों की बत्ती गुल-नही किसी से आस’, यह कटाख आज सटीक होता नजर आया। आपीएससी द्वारा वरिष्ठ अध्यापक (माध्यमिक शिक्षा विभाग) प्रतियोगी परीक्षा 2022 के संबंध में जैसी आशंकाऐं परीक्षार्थियों ने परीक्षा के पहले दिन व्यक्त की, वो आज सही साबित हो गई। शनिवार सुबह जैसे ही उदयपुर में परीक्षार्थियों के बस में पेपर हल करने की सूचना मिली, वैसे ही परीक्षार्थियों और अभिभावकों के चेहरों के रंग उड़ गए।
असमंजस की स्थिति में 1807 परीक्षार्थियों ने दिया विज्ञान का पेपर
परीक्षा नियंत्रण कक्ष के प्रभारी नवनीज जैन ने बताया कि आरपीएससी द्वारा शनिवार को प्रथम पारी की सामान्य ज्ञान और शिक्षा मनोविज्ञान के पेपर को निरस्त कर दिया गया, जिसमें जिले के 27 केन्द्रों पर 7739 परीक्षार्थी पंजीकृत थें। द्वितीय पारी में आयोजित विज्ञान विषय की परीक्षा 5 केन्द्रों पर पंजीकृत 2034 परीक्षार्थियों मे से 1807 परीक्षार्थी परीक्षा केन्द्र पर उपस्थित हुए तथा 227 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।
देखा गया परीक्षार्थी में आक्रोश, नकल विरोधी कानून को बताया ढोंग
परीक्षा शुरू होने के साथ परीक्षा निरस्त होने से पूरे राज्य के साथ यहां के परीक्षार्थियों में भी आक्रोश देखा गया। परीक्षार्थियों और अभिभावकों ने परीक्षा केन्द्रों के बाहर जमकर विरोध करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मुर्दाबाद के नारे लगाए और नाराजगी जताते हुए कहा कि पहले भी कई परीक्षाओं के पेपर आउट हुए हैं, फिर भी दोषियों पर कोई सख्त कार्यवाही नहीं होने के कारण ऐसी घटनाऐं निरन्तर हो रही है। बेरोजगार विपरित परिस्थितियों के बीच समय व धन खर्च कर तैयारी करते हैं, जो ऐसी घटनाओं से बेकार हो जाती है। नकल के पिछले प्रकरणों में आरोपियों पर कोई कार्यवाही नहीं होने से अभिभावकों और परीक्षार्थियों ने राज्य सरकार द्वारा लाए गए नकल विरोधी कानून को ढोंग बताया।