राजस्थान

वनकर्मियों की हड़ताल से वन्यजीवो को खतरा Forest workers’ strike threatens wildlife

बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले वनकार्मिकों का चल रहा अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार व धरना प्रदर्शन गुरूवार को चौथे दिन भी जारी रहा। जिला अध्यक्ष नरेंद्र सिंह व आरवीटीआर के बुद्धराज सिंह ने ने बताया कि सरकार व विभाग द्वारा 8 फरवरी तक कर्मचारियों की मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं किए जाने पर नेशनल अभयारण्य बायोलॉजिकल पार्क रणथंभोर पर ताला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया गया। बूंदी जिले के सभी वनकार्मिकों ने रणथंबोर पहुंच कर नेशनल पार्क की तालाबंदी में सम्मिलित हुए।

वनकर्मियों की हड़ताल से वन्यजीवो को खतरा Forest workers’ strike threatens wildlife

वनकर्मियों की हड़ताल से वन्यजीवो को खतरा, पगमार्क फाउंडेशन ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
वहीं 15 सूत्रीय मांगों को वनकर्मियों की बेमियादी हड़ताल से पूरे प्रदेश के वन एवम् टाइगर रिजर्व क्षेत्र में वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर खतरा बढ गया है। इस संदर्भ में पगमार्क फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष देवव्रत सिंह हाड़ा ने राजस्थान के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर वनकर्मियो की मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने का आग्रह करते हुए दनकी मांगों को न्यायोचित बताया। फाउंडेशन के अध्यक्ष देवव्रत सिंह हाड़ा ने कहा है कि वनसेवक महीनों घर से दूर रहते हुए, जंगली जानवरों के बीच, बेजुबान पेड़ों और जानवरों की रक्षा करते हैं, जो खुद यह नहीं बता सकते कि उनका दमन किया गया है उनको सड़क उतरना पड़ रहा है ये दुर्भाग्यपूर्ण है। वन विभाग के होने से जंगल बचे हुए है और जंगल है तो जीवन है इनकी मांगे जायज है और इन्हें मान लेना चाहिए और जल्द से जल्द प्रकृति को बचाने की मुहीम को आगे बढ़ाने में योगदान देना चाहिए। वनकर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से बाघों सहित अन्य वन्यजीव की सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है।