बच्चों में निमोनिया रोकेगा ’सांस अभियान – डॉ. सामर
बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- राज्य में 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों में मृत्यु के कारणों में से निमोनिया एक प्रमुख कारण है। निमोनिया से शिशु मृत्यु दर कम करने के लिए बूँदी जिले सहित प्रदेशभर में नवंबर 2023 से 28 फरवरी 2024 तक सांस अभियान चलेगा। इस अभियान के प्रति अधिक गंभीरता से कार्य करने एवं अभियान को सफल बनाने के निर्देश राज्य सरकार ने जारी किए हैं।
सीएमएचओ डॉ. ओ पी सामर ने बताया कि प्रदेश में हजारों बच्चे प्रतिवर्ष निमोनिया से संक्रमित हो जाते हैं। पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों में निमोनिया के कारण होने वाली मृत्यु अन्य संक्रामक रोगों से होने वाली मृत्यु की तुलना में काफी अधिक है। निमोनिया के कारण मृत्यु दर में, गरीबी से जुड़े कारक जैसे कि कुपोषण, सुरक्षित पेयजल की कमी और स्वच्छता एवं स्वास्थ्य देखभाल मुख्य है। निमोनिया से होने वाली लगभग आधी मौतें वायु प्रदूषण से जुड़ी हैं, इसमें इनडोर वायु प्रदूषण भी मुख्य कारक है। निमोनिया एवं दस्त रोग के कारण होने वाली बाल मृत्यु को कम करने के लक्ष्य से सरकार ने यह योजना प्रारंभ की है।
सीएमएचओ डॉ. सामर ने बताया कि निमोनिया से बच्चों की सुरक्षा के लिए पहले छः माह में शिशु को केवल स्तनपान करवाने, छः माह बाद पूरक पोषाहार देने तथा विटामिन ’ए्य की खुराक देने, निमोनिया से बचाव के लिए बच्चों का टीकाकरण करवाने, साबुन से हाथ धुलवाने तथा घरेलू स्तर पर प्रदूषण को कम करके किया जा सकता है। इसी क्रम में सरकार की ओर से ’सांस अभियान शुरू किया गया है। जिसका मुख्य उद्देश्य समुदाय में जागरुकता पैदा करना, निमोनिया की पहचान करने में सक्षम करने के लिए देखभालकर्ता को जागरूक करना, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के माध्यम से निमोनिया के मिथकों व धारणाओं के बारे में व्यवहार परिवर्तन करना है। निमोनिया फेफड़ों में होने वाला संक्रमण है। विभाग की ओर से 28 फरवरी 2024 तक फेसबुक, टिवटर, इंस्ट्राग्राम पेज आईईसी बूँदी सहित अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से आमजन को जागरुक किया जायेगा।