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मां से सीखे हुनर से अब खुद शिकार करना सीख रही है बेटियां

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में पहली बाघिन से जीवित बची दोनों मादा शावक अब युवा होकर खुद शिकार करना सीख रही है। वन्यजीवों के जानकारों के अनुसार करीब दो साल तक बाघिन अपने बच्चों को शिकार व सुरक्षा के सभी गुण सीखा देती है तथा डेढ़ दो साल बाद बच्चों को खुद से अलग कर देती है। बाघिन की मौत से पूर्व ही एक शावक अपनी मां से अलग होकर रहने लगी थी जो अब शिकार भी कर लेती है। इसी प्रकार दूसरी मादा शावक भी चीतल आदि का शिकार करने लगी है जो अच्छी बात है। वन विभाग भी इनकी मोनिटरिंग में अब कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है तथा इनके इलाकों में 40 कैमरे लगाकर निगरानी रखे हुए हैं। टाइगर रिजर्व (कोर) के उपवन संरक्षक संजीव शर्मा खुद अपनी टीम के साथ ट्रेकिंग पर नजर बनाए हुए है।