हौसलो की उडान पर, अरमानो के पंख लगाओ-कलेक्टर On the flight of courage, put wings of desires – collector
श्योपुर.Desk/ @www.rubarunews.com>>कलेक्टर संजय कुमार ने नवाचार करते हुए आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में ‘‘अरमानो के पंख‘‘ कार्यक्रम के तहत विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि हौसलो की उडान पर अरमानो के पंख लगाओं और लक्ष्य को निर्धारित करते हुए उसे भेदने का पुरजोर प्रयास करों। अपनी कमजोरी और कमी को कभी निराशा मत समझों, बल्कि उसे संबल बना लो और अपने आप पर गौरव रखो तथा कठिन परिश्रम से बाधाओं को पार करते हुए सदैव आगे बढते चलों। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी रविन्द्र सिंह तोमर, सीएम फेलो विवेक मिश्रा, महात्मा गांधी नेशनल फेलो शैलेन्द्र यादव सहित शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय श्योपुर तथा हाई स्कूल नागदा के विद्यार्थी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि नवाचार के तहत शुरू किये गये अरमानो के पंख कार्यक्रम प्रत्येक शनिवार को आयोजित होगा, जिसमें संकुलवार बच्चें उपस्थित रहेंगे।
कलेक्टर संजय कुमार ने बच्चों को पढाई तथा आगे बढने और अपना लक्ष्य निर्धारित करने के संबंध में महत्वपूर्ण टिप्स देते हुए कहा कि काम वह चुनो जिसमें आनन्द आता हो, रूचि के अनुसार विषय का चुनाव किया जायें, हर बच्चे में अंनन्त संभावनाएं विद्यमान है, यह समय आपके लिए महत्वपूर्ण है, यह ऐसी अवस्था है, जिसमें जीवन की दिशा और दशा दोनो तय होती है। आज का परिश्रम कल की खुशहाल जिदंगी का सबब बनता है। आप चाहे विज्ञान पढो, साहित्य, इतिहास, भाषा, संस्कृत कुछ भी, लेकिन पढो वही जिसमें आनन्द आता हो और उसी के अनुसार प्रोफेशनल रूप में अपना लक्ष्य तय करो, जो लोग अपने तय लक्ष्य को पा लेते है, वे जीवन में संतुष्ट होकर आनन्दपूर्वक जिंदगी बिताते है, यू तो मनुष्य जब इस दुनिया में आता है तो उसे कोई न कोई भूमिका निभानी ही पडती है, लेकिन मन के अनुरूप भूमिका हो तो आनन्द बढ जाता है।
हौसलो की उडान पर, अरमानो के पंख लगाओ-कलेक्टर On the flight of courage, put wings of desires – collector
कलेक्टर संजय कुमार ने बच्चों को जीवन जीने की कला बताते हुए कहा कि अभावो को अपनी कमजोरी मत समझो इसे अपना गुरूर बनाओ और अपनी मेहनत परिश्रम से इन्हें दूर करने की दिशा में लगे रहों और विपरित परिस्थितियो से निकलकर अपना वो मुकाम हासिल करो जो आपने तय किया है। उन्होंने कहा कि जीवन में सबसे महत्वपूर्ण है अच्छा इंसान बनना, परिवार, समाज, शिक्षा और गुरू के माध्यम से हम बेहतर इंसान बनते है, मन की शुद्धता ही हमें बेहरत इंसान बनाती है। उन्होंने कहा कि लक्ष्य पाने के लिए गोल सेट करों, एक मोड से दूसरे मोड तक पहुचों, धीरे-धीरे लक्ष्य की ओर बढते रहोगे। उन्होने कहा कि परिस्थितियां अमीरी की हो या गरीबी की दोनो के अपने-अपने नुकसान, फायदे है। उन्होंने उदाहरण देकर बताया कि नदी पार करने के लिए जिन्हे नाव मिल जाती है, वे आसानी से पार कर लेते है लेकिन तैरना नही सीख पाते और जो बगैर नाव के नदी पार करते है वे तैरना भी सीखते और भंवर से बाहर आना भी, कहने का तात्पर्य यह है कि हमारी पारिवारिक पृष्ठभूमि कैसी भी हो उस पर अफसोस करने के बजाय उस पर गर्व करो और अपना लक्ष्य हासिल कर परिस्थितियों को बदलने की क्षमता हासिल करो।
इस अवसर पर उन्होने संत रविदास सहित अन्य महापुरूषों के प्रेरणादायी उदाहरणो के माध्यम से जीवन में आगे बढने की प्रेरणा दी। इसके अलावा अंगुलीमाल की कहानी भी सुनाई, उन्होंने कहा कि सदा प्रंसन्नचित रहना चाहिए।
इस अवसर पर उन्होंने छात्र-छात्राओ के द्वारा पूछे गये सवालो के जवाब दिये तथा उनकी जिज्ञासाओ का समाधान भी किया तथा सभी को आगे पढने, बढने तथा आकाश छूने के लिए शुभकामनाएं दी।