अपात्र खाद्य सुरक्षा लाभार्थियों से लाभ छोड़ने का आह्वान
बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com>>गिव अप अभियान की बैठक गुरुवार को हिंडोली में उपखण्ड अधिकारी हिण्डोली शिवराज मीणा की अध्यक्षता में आयोजित हुई।
बैठक में उपखण्ड अधिकारी ने अपात्रता की श्रेणी में आ रहे सभी खाद्य सुरक्षा लाभार्थियों को स्वेच्छा से योजना का लाभ छोड़ने के लिए प्रेरित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के आवेदन जिला रसद कार्यालय में भिजवाए जाएं या उन्हें ऑनलाइन पोर्टल www.food.raj.nic.in पर आवेदन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।
उपखण्ड अधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि जो उपभोक्ता अपात्र होने के बावजूद खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ नहीं छोड़ रहे हैं, उनकी पात्रता की गहन जांच की जाएगी। अपात्र पाए जाने पर उनके नाम हटाकर खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के तहत उनसे वसूली की कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने आगामी सात दिनों में ऐसे अपात्र लोगों की पहचान करने के निर्देश दिए।
जिला रसद अधिकारी शिवजी राम जाट ने बैठक में खाद्य सुरक्षा योजना की निष्कासन श्रेणी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यदि परिवार में कोई आयकर दाता है, कोई सदस्य सरकारी, अर्ध सरकारी या स्वायत्तशासी संस्थान में नियमित कर्मचारी है या सालाना एक लाख रुपये से अधिक पेंशन प्राप्त करता है, तो वह परिवार इस योजना के लिए अपात्र है। इसके अतिरिक्त, जिन परिवारों के पास लघु कृषक की सीमा से अधिक कृषि भूमि है, ग्रामीण क्षेत्र में 2000 वर्ग फीट से बड़ा या शहरी क्षेत्र में 1000 वर्ग फीट से बड़ा मकान है, या जिनके पास ट्रैक्टर और वाणिज्यिक वाहनों को छोड़कर चार पहिया वाहन हैं, वे भी अपात्र माने जाएंगे।
जाट ने बताया कि यदि अपात्र होने के बाद भी ऐसे लोग स्वेच्छा से गेहूं का लाभ नहीं छोड़ते हैं, तो उनकी जांच कराकर कानूनी कार्रवाई की जाएगी और उनसे वसूली की जाएगी। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि जिले में इस अभियान के तहत 1 नवंबर 2024 से अब तक 37425 लोगों ने स्वेच्छा से गिव अप फॉर्म भरकर गेहूं का लाभ छोड़ा है, जिससे पात्र और गरीब वर्ग के वंचित लोगों को इस योजना से जोड़ा जा सकता हैं।
बैठक में तहसीलदार हिण्डोली कमलेश कुमार मीणा, विकास अधिकारी रामकुमार, प्रवर्तन अधिकारी महकरण सिंह सहित उपखंड हिंडोली के सभी ग्राम विकास अधिकारी, पटवारी और राशन डीलर उपस्थित रहें।