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गोरक्षपूर्णिमा पर नाथ योगी समाज के 21 जोड़ो का नि:शुल्क सामूहिक विवाह सम्मेलन हुआ

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-गोरक्षसेना संस्थान, राजस्थान के तत्वाधान में गोरक्षपूर्णिमा पर नाथ योगी समाज की विशाल शोभायात्रा व कलशयात्रा निकाली गई, जो पुरानी धानमंडी से गुरु गोरक्षनाथ जी की महाआरती के साथ प्रारम्भ हुई व   शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए लंका गेट, खोजा गेट, अहिंसा सर्किल, सर्किट हाउस से होते हुए देवपुरा स्थित निजी रिसोर्ट(होटल आनंदी) में संपन्न हुई, गोरक्षनाथ प्राक्ट्य उत्सव पर महाकाल की भस्म आरती मुख्य आकर्षण का केंद्र रही, समाजबंधुओं में उत्साह देखते ही बन रहा था, डीजे की धुन पर नाचते गाते हुए योगीजन एवं शिव गोरक्ष के जयकारों के साथ दूर-दराज़ से पधारे साधू-संतों ने माहौल भगवामय कर दिया। रैली का पग-पग पर पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। शोभायात्रा के पश्चात् कार्यक्रम स्थल पर 21 जोड़ो का नि:शुल्क सामूहिक विवाह सम्मेलन हुआ
सायंकालीन कार्यक्रम में सामाजिक मंच पर आयोजन में योगदान देने वाले समाज के सभी भामाशाहों का माल्यार्पण व साफा पहना कर सम्मानित किया गया एवं ततपश्चात 21 जोड़ो का वर माला का कार्यक्रम हुआ, उसके बाद पाणिग्रहण संस्कार हुआ। आयोजन में अतिथि के रूप में पूर्व मंत्री अशोक चांदना, विधायक हरिमोहन शर्मा, पूर्व विधायक अशोक डोगरा, सभापति सरोज अग्रवाल, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेश अग्रवाल व अन्य शामिल रहे। आयोजन में पंच मुखी महादेव की झांकी की भव्य प्रस्तुति हुई एवं रामेष्ठ योग ने (टीम भूपेन्द्र योगी) ने कलात्मक योग प्रदर्शन कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। संचालन कोटा जिलाध्यक्ष नरेश योगी व संस्थापक सदस्य ओम योगी एडवोकेट ने किया। गोरक्षसेना संस्थान की ओर से वर वधुओं को पलंग, गद्दा,तकिये,25 बर्तन एवं अन्य उपहार दिए, वहीं समाजबन्धुओ ने वधु की कन्यादान थाली में चांदी की चुटकीयां, कुर्सियां,टिफिन सेट, पानी की बॉटल, कंबल, चांदी की चुटकीयां, पानी की टंकी, गोरक्षनाथ जी की तस्वीरें इत्यादि भेंट की। आयोजन में गोरक्षसेना प्रदेशाध्यक्ष पप्पूनाथ योगी, बूंदी जिलाध्यक्ष कैलाश योगी, प्रदेश उपाध्यक्ष अमरलाल योगी, कोषाध्यक्ष हरिशंकर योगी, जिला सचिव सुरेश योगी, संस्थापक सदस्य प्रेमशंकर योगी,नाथ समाज बूंदी जिलाध्यक्ष नंदलाल योगी, मध्यप्रदेश से गुरु गोरक्षनाथ फाउंडेशन के प्रदेशाध्यक्ष धर्मेंद्र नाथ व विभिन्न राज्यों व जिलों से पधारे समाजबंधु शामिल रहे।