विवेकानन्द ने एक नवीन ऊर्जा पुंज के रूप में समाज को नया दृष्टिकोण प्रदान किया – सत्येश शर्मा
बूंदीKrishna Kant Rathore/@www.rubarunews.com>> बूंदी में गरीब व जरूरत मंद रोगियों व पीड़ित मानवता की सेवा का ध्यान में रखते हुए युवा दिवस के अवसर पर आज उमंग संस्थान और अग्रवाल आई एंड स्किन हॉस्पिटल द्वारा एक विशाल नि:शुल्क नेत्र रोग परामर्श एवं ऑपरेशन शिविर तक आयोजित किया गया। शिविर का शुभारंभ अरबन बैंक के चेयरमैन सत्येश शर्मा ने स्वामी विवेकानन्द की तस्वीर पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
इस अवसर पर बोलते हुए सत्येश शर्मा ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द ने एक नवीन ऊर्जा पुंज के रूप में समाज को नया दृष्टिकोण प्रदान किया है। जयंती के अवसर पर शिविर के आयोजन को जनहित के श्रेष्ठ उदाहरण बताते हुए उन्होंने कहा कि जीवन मे नेत्रज्योति का अत्यधिक महत्व में ऐसे में उमंग के संयुक्त तत्वाधान में यह शिविर आयोजन सराहनीय है। उन्होंने ने इस अवसर पर आयोजक दल को शुभकामनाएं देंते हुए आव्हान किया कि अन्य संस्थाएं व आमजन भी महापुरुषों की जयन्तियों पर ऐसे पुनीत कार्यो का आयोजन कर प्रायोगिक कार्यों में सहभागी बने। इन्होंने परमार्थ का कार्य कर रही दोनों संस्थाओं उमंग तथा अग्रवाल आई को सामाजिक सरोकारों हेतु आभार भी जताया।
शिविर संयोजक अभिलेष शर्मा तथा शिविर प्रभारी लोकेश जैन ने बताया कि इस शिविर में कुल 122 मरीजों ने पहुंचकर निशुल्क जांच एवं परामर्श का लाभ लिया तथा 11 नेत्र रोगियों का चयन ऑपरेशन हेतु किया गया। शिविर में नि:शुल्क सेवा दे रहे वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ व फेको सर्जन डॉ संजय गुप्ता ने बताया कि अग्रवाल आई एंड स्किन हॉस्पिटल पिछले 4 वर्षों से बूंदी शहर में नेत्रों के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करता रहा है, अब तक अस्पताल द्वारा 2600 का नेत्र ऑपरेशन किया है। गुप्ता ने बताया कि हमारा उद्देश्य है की जिन लोगों को आ रही परेशानी के कारण उत्तम उपकरणों से युक्त उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पाती है उनको इन शिविरों के माध्यम से नि:शुल्क नेत्र जांच एवं परामर्श की सुविधा मिल सके तथा ऑपरेशन हेतु चयनित मरीजों को शिविर के माध्यम से विशेष छूट भी दी जाती है।
डॉ. गुप्ता ने बताया की फेको पद्धति के आने के पश्चात नेत्र विज्ञान के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन हुआ है जिससे मोतियाबिंद आपरेशन के परिणाम सबसे सुरक्षित व बेहतर हो गए है, इस पद्धति में मोतियाबिंद को कम ऊर्जा व सुगमता से काटा जाता है। जिससे पुतली की कोशिकाओं को बहुत ही कम नुकसान पहुचता है व उसकी पारदर्शिता बनी रहती है और रोगी को अगले दिन ही बेहतर रौशनी मिल जाती है।
इस शिविर में मोतियाबिंद, कालापानी, नाखूना, नासूर, भेंगापन, मूंदी पलके,आँखों की एलर्जी, ड्राई आई , बच्चो में होने वाला मोतियाबिंद, बच्चो का नासूर, दृष्टिदोष चोट के पश्चात् बनने वाला मोतियाबिंद मधुमेह एवं उच्च रक्तचाप से होने वाली परदे की बीमारियों आदि समस्त रोगों की नि:शुल्क जांच व उपचार किया गया।
इस अवसर पर उमंग संस्थान सचिव कृष्ण कान्त राठौर, उपाध्यक्ष विनोद गौतम, कार्यक्रम प्रभारी सर्वेश तिवारी, शिविर संयोजक अभिलेष शर्मा, लोकेश जैन, एजु सेल के कुश जिन्दल, अतुल जैन, योगेश शर्मा, पवन सिखवाल, हॉस्पीटल प्रबंधक जय सिंह सोलंकी, शिवराज चौधरी, लीलाधर मालव, मनोज मीणा, सीताराम, स्वीटी खत्री, नेहा शर्मा आदि एवं कर्मचारी मौजूद रहे।