क्राइममध्य प्रदेश

महिला ने कमरे पर बुलाने व 50 हजार की रिश्वत मांगने का डीपीओ पर लगाया आरोप, कार्रवाई के लिए कलेक्टर को दिया आवेदन

भिण्ड। महिला एवं बाल विकास विभाग के वन स्टॉप सेन्टर पर एमपी कॉन कंपनी की तरफ से ऑउट सोर्सिंग के रूप मेंं टेक केयर के पद पर कार्यरत एक महिला ने बुधवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर डीएम को एक शिकायती आवेदन देते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास अब्दुल गफ्फार पर आरोप लगाते हुए बताया कि उसे नौकरी से हटाने व 50 हजार रुपये रिश्वत की मांग की गई है और न देने पर श्री गफ्फार द्वारा महिला को कमरे पर बुलाने की बात कही गई है। महिला को विगत चार माह से मानसिक रूप परेशान किया जा रहा था इसलिए मजबूर होकर आवेदन देने पहुंची। वहीं वन स्टॉप केन्द्र की प्रशासिका कु. दीपा शर्मा मेहगांव पर घूस मांगने व नौकरी से हटाने को लेकर उसे बार-बार मानसिक रूप से प्रताडि़त करने का भी आरोप लगाया है। इसी तरह वन स्टॉप सेन्टर पर चौकीदार ने भी बताया उसे भी नौकरी से हटाने की बात कही जा रही है और उससे 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी जा रही है। महिला बाल विकास में पदस्थ छोटे-छोटे कर्मचारियों पर मानसिक रूप से दबाव बनाकर कार्य कराया जा रहा है उनकी अज्ञा न मानने पर कई तरह से मजबूर कर दिया जाता है ताकि वह उनकी जी हजूरी करने के लिए तैयार हो जायें। महिला बाल विकास विभाग से अटैच दो कर्मचारियों का यह पहला मामला निकलकर सामने आया है और इस तरह से न जाने कितने कर्मचारी होंगे जिन्हें इस तरह से मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा होगा है वैसे तो श्री गफ्फर हमेशा ही चर्चाओं में रहते हैं जिन्होंने कुछ चटुकारों को मुंह लगा रखा है इसलिए इनकी हर फरमाइश दफ्तर में पूरी कर दी जाती है अब श्री गफ्फार ने सारी हदें पार कर दी है जो खुलेआम महिला कर्मचारियों को कमरे पर बुलाने से भी नहीं चूकते। इस तरह से टेक केयर के पद पर कार्यरत एक महिला ने जो हिम्मत दिखाकर मामले को उजागर किया है उससे और भी महिलाओं के हौंसले बुलंद होंगे और श्री गफ्फार द्वारा किये जा रहे कारनामे का सच उजागर करेंगी।
डीपीओ पर लगाया महिला ने कमरे पर बुलाने का आरोप
वन स्टॉप सेन्टर पर एमपी कॉन कंपनी की तरफ से ऑउट सोर्सिंग के रूप मेंं टेक केयर के पद पर कार्यरत महिला ने आरोप लगाया है कि नौकरी बचाने के लिए जब वह डीपीओ अब्दुल गफ्फार से मिली तो उन्होंने खुलेआम 50 हजार रुपये की घूस मांगी और न देने पर उसे कमरे पर बुलाने की बात भी निकलकर सामने आई है विगत चार माह से महिला को मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा था इसलिए कलेक्टर को डीपीओ पर कार्रवाई करने के लिए आवेदन दिया है।
डीपीओ गफ्फार का पक्ष जानने कईबार लगाया कॉल नहीं किया रिसीब
महिला बाल विकास से अटैच वन स्टॉप सेन्टर पर टेक केयर पद कार्यरत महिला ने जिस तरह से डीपीओ श्री अब्दुल गफ्फार पर आरोप लगाते हुए कलेक्टर को आवेदन दिया है इस संबंध में जब श्री गफ्फार से उनका पक्ष जानने के लिए कईबार संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने एकबार भी कॉल रिसीब नहीं किया, जिस कारण उनकी प्रतिक्रिया नहीं ली जा सकी।
मेहगांव परियोजना अधिकारी बोली, महिला का व्यवहार सही नहीं था, इसलिए पहले दिया नोटिस फिर की कार्रवाई
मेहगांव वन स्टॉप केन्द्र की प्रशासिका कु. दीपा शर्मा से इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने बताया महिला कर्मचारी का व्यवहार सही नहीं था जो भी महिलाएं वन स्टॉप सेन्टर पर आती थी उनसे अभद्रता से बात करती थी और एक-दो के साथ मारपीट भी की गई है इसका मेरे पास आवेदन भी आया था उसके बाद उसे हटाने रखने के लिए संस्था भोपाल को पत्र लिखकर कार्रवाई की गई थी और लिखित मेंं नोटिस दिया गया है, जिसके बाद भोपाल से कार्रवाई की गई मेरे द्वारा किसी तरह की रिश्वत की मांग नहीं की गई है जो भी आरोप लगाए जा रहे निराधार हैं।
इनका कहना है:
एक महिला ने मुझे आवेदन दिया है जिसे जांच के लिए अतिरिक्त कलेक्टर को सौंप दिया गया है, जिसमें सभी के बयान होने के बाद जो भी रिपोर्ट निकलकर सामने आयेगी उस आधार पर कार्रवाई की जायेगी।
-वीरेन्द्रङ्क्षसह रावत, कलेक्टर भिण्ड

मेहगांव के वन स्टॉप केन्द्र पर आने वाली महिलाओं से श्रीमती चौहान आये दिन अभद्रता करती थी, जिसकी कईबार लिखित मेरे पास शिकायत आई, इसलिए उन्हें नोटिस जारी कर भोपाल को कार्रवाई के लिए लिखा गया था।
-कु. दीपा शर्मा, वन स्टॉप केन्द्र प्रशासिका मेहगांव