मध्य प्रदेश

बेटी बचाओ बेटी पढ़ायो योजनांतर्गत- जिला स्तरीय संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन

भिण्ड.Desk/@www.rubarunews.com>> भारत सरकार को प्रेषित जिले की कार्ययोजना अनुरूप कलेक्टर जिला भिण्ड के निर्देशन में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजनांतर्गत जिला स्तरीय संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन आशा ट्रेनिंग सेंटर ब्रह्मपुरी चतुर्वेदी नगर भिण्ड में किया गया, कार्यशाला में टेऊनर के रूप में शशीकांत शर्मा, भागवंती बाई शिक्षा प्रसार समिति भिण्ड, परशराम शर्मा परियोजना अधिकारी बरोही, शशी शर्मा पर्यवेक्षक आईसीडीएस अटेर, आभा श्रीवास्तव पर्यवेक्षक आईसीडीएस गोहद रहे।

उक्त कार्यशाला में जिले के परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास परियोजना, जिला समन्वयक एवं जिला परियोजना सहायक महिला एवं बाल विकास, ब्लॉक समन्वयक एवं ब्लॉक परियोजना सहायक आईसीडीएस समस्त जिला भिण्ड तथा समस्त पर्यवेक्षक आईसीडीएस समस्त  उपस्थित रहे। उक्त जिला स्तरीय संवेदीकरण कार्यशाला में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजनांतर्गत समस्त सेक्टर पर्यवेक्षक, महिला एवं बाल विकास, आईसीडीएस समस्त जिला भिण्ड को मास्टर ट्रेनर के रूप में तैयार किया गया। जिला स्तरीय कार्याशाला से प्रशिक्षित पर्यवेक्षक द्वारा अपने-अपने सेक्टर अंतर्गत सेक्टर स्तरीय आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के क्षमता संवर्धन कार्यशाला का आयोजन कर आंगनबाड़ी स्तर पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से विभिन्न गतिविधियों के आयोजन कराये जाकर जन जागरूकता हेतु समस्त आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया जावेगा। जिससे जन समुदाय को बालिकाओं के प्रति सकारात्मक परिर्वतन के प्रयास किये जायेगे। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ क्षमता संवर्धन कार्यक्रम के दौरान उपस्थित प्रतिभागियों को जिले में शिशु लिंगानुपात की स्थिति से अवगत कराते हुये आंगनबाड़ी स्तर सुधार हेतु प्रयास किये जावेंगे। आंगनबाड़ी केन्द्र क्षेत्रांतर्गत बालिकाओं के बेहतर स्वास्थ्य एवं शिक्षा को बढ़ावा देते हुये विभिन्न गतिविधियों के आयोजन किये जावेंगे। विशेषकर आंगनबाड़ी क्षेत्रांतर्गत होने वाले सामाजिक कार्यक्रमों को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना से जोडते हुये गतिविधियों के आयोजित किये जाने हेतु जनसमुदाय को प्रेरित किया जावेगा, जिसमें गॉव के जनप्रतिनिधि एवं प्रतिष्ठित जन समुदाय तथा महिला एवं बालिकाओं की सहभागिता शामिल की जावेगी। जिससे महिलाओं एवं बालिकाओं के प्रति समाज में सकारात्मक सोच विकसित हो। साथ ही आंगनबाड़ी केन्द्र में दर्ज एकल एवं दो बालिका संतान पर स्थाई परिवार नियोजन अपनाने वाले दम्पत्तियों को आयोजित कार्यक्रमों में सम्मान करते हुये वरिष्ठ कार्यालय को नाम प्रेषित किये जावेगें। साथ ही आंगनबाड़ी रजिस्टर में पंजीयन अनुसार शत प्रतिशत बालिकाओं का विद्यालय में प्रवेश हेतु अभियान चलाया जावेगा। ड्रॉप आउट शाला त्यागी बालिकाओं के विद्यालय में पुन: प्रवेश हेतु अभियान एवं शाला त्यागी बालिकाओं की सूची शाला त्यागने के कारण सहित तैयार कर ड्रापआउट बालिकाओं के पुन: प्रवेश के प्रयास किये जावेंगे। आंगनबाड़ी केन्द्रों में तथा तीन माह में एक बार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ एवं शिशु लिंगानुपात जैसे विषयों पर जागरूकता हेतु प्रतियोगिताऐं रंगोली, पेंटिंग, आदि की जावेगें।

Umesh Saxena

I am the chief editor of rubarunews.com