मध्य प्रदेश

जिले में बालिकाओ का लिंगानुपात बढाने की अनुक्ररणीय पहल

श्योपुर.Desk/ @www.rubarunews.com>> जिला प्रशासन द्वारा बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान के अंतर्गत विभागीय शिविरो के माध्यम से बालिकाओ का लिंगानुपात बढाने की अनुक्ररणीय पहल की जा रही है। साथ ही महिला सशक्तीकरण की दिशा में शासन की योजनाओ को जन-जन तक पहुंचाने के प्रयास किये जा रहे है। इन प्रयासो में विभागीय अधिकारियो के अलावा समाज सेवी संस्थाओ एवं स्वयंसेवी संगठनो का भी सहयोग लिया जा रहा है।
जिला न्यायाधीश एसएस रधुवंशी द्वारा जिला विधिक सेवा शिविरो के माध्यम से आयोजित होने वाले कार्यक्रमो में कन्या भू्रण हत्या रोकने की दिशा में ग्राम मल्हारपुरा में बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान के अंतर्गत बालिका लिंगानुपात बढाने के प्रयास किये जा रहे है। इसी प्रकार कलेक्टर  राकेश कुमार श्रीवास्तव द्वारा महिला बाल विकास के माध्यम से बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान को निरंतर गति दी जा रही है। साथ ही बालिका लिंगानुपात बढाने के प्रयास जारी है।
जिले में संचालित बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान के अंतर्गत शिविरो के माध्यम से विभागीय अधिकारी और समाज सेवियो द्वारा जन-जन को बेटियों के हित में चलाई जा रही योजनाएं जैसे लाडली लक्ष्मी योजना, मातृत्व वंदना योजना, जननी सुरक्षा योजना, सुकन्या योजना का लाभ लेने के लिए नागरिको को जागरूक करने के प्रयास किये जा रहे है। इसी प्रकार महिला एवं बेटियो के हित में संचालित महिला हेल्प डेस्क, घरेलू हिंसा, वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से प्रयास जारी है।
जिले की विजयपुर तहसील के ग्राम मल्हारपुरा में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से कन्या भू्रण हत्या रोकने की दिशा में पैरालीगल वाॅलेटियर  हनुमान तिवारी द्वारा आयोजित विधिक सहायता शिविर मेें बालिका लिंगानुपात बढाने की दिशा में ग्रामीणजनो को जागरूक करने की दिशा में बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान के तहत जागरूक करने की पहल की है। साथ ही ग्रामीणजनो को कन्या भ्रूण हत्या एक अपराध है।  बेटी मारते जाओगे तो बहू कहां से लाओगे दो परिवारों की शान है बेटी पर आधारित संदेश दिया गया। इसी प्रकार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्योपुर के माध्यम से पेम्पप्लेट भी ग्रामीणजनो को वितरित किये गये। साथ ही बेटी बचाओ-बेटी पढाओ का भी संकल्प इस शिविर में दिया गया।
इसी प्रकार हम बेटियों के साथ कोई भेदभाव नहीं करेंगे उन्हें समानता का अधिकार प्रदान करेंगे घरों संपत्ति में बराबर का हिस्सा देंगे संभव हो सके वहां तक पढ़ाएंगे। स्कूल, आंगनवाड़ी अवश्य भेजने की व्यवस्था को कायम रखेगे। किसी भी बेटी का बाल विवाह नहीं करेंगे। नहीं कहीं पर बाल विवाह होने देंगे, क्योंकि बेटी दो परिवारों का नाम रोशन करती है। बेटी नहीं होगी तो बहू कहां से लाओगे लिंग परीक्षण कराना कानूनी अपराध है। बेटियों को मारे नहीं, उन्हें बचाएं। इसके अलावा बेटियो को अच्छा जीवन देकर आगे बढ़ाने के लिए जन जागरूकता लाने की पहल जारी है। जिसके अंतर्गत कोई भी बेटी शिक्षा एवं स्वास्थ्य से वंचित नही रहे। इस दिशा में आवश्यक कदम उठाये जा रहे है।