राजस्थान

कब बुलबुल उत्सव का शुभारंभ- बालकों की प्रतियोगिताओं में चहक उठा बचपन

बूंदी.KrishnaKantRathore/ @www.rubarunews.com- भारत स्काउट गाइड के तीन दिवसीय जिला स्तरीय कब बुलबुल उत्सव का भव्य शुभारंभ शनिवार को स्काउट गाइड भवन पैच ग्राउंड पर महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के जिला समन्वयक राजकुमार माथुर के मुख्य अतिथि में हुआ वहीं रविवार को शिविर प्रांगण फ्लैग सेरेमनी के साथ प्रतियोगिताओं का आगाज विधायक अशोक डोगरा के मुख्य आतिथ्य में हुआ। शिविर में आयोजित 5 से 10 वर्ष के बालक बालिकाओं की विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में सहभागी बनकर बाल मन प्रफुल्लित हो उठा और खेल प्रांगण में चहकता वास्तविक बचपन देखने को मिला।

फ्लैग सेरेमनी के अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में बोलते हुए डोगरा ने कहा कि वर्तमान दौर में आज बचपन घर में कैद सा हो गया है ऐसे में बच्चों का घर से बाहर निकालकर शिविर गतिविधियों के माध्यम से आत्मविश्वास व बाल विकास से जोड़ना आवश्यक है यह कार्य स्काउटिंग में कब बुलबुल के रूप में नन्हे बच्चों अवसर प्रदान कर किया जा रहा है । उन्होंने नन्हें-नन्हें बालकों को सांस्कृतिक शारीरिक व मानसिक विकास गतिविधियों से जोड़ने हेतु स्काउट गाइड विभाग व बच्चों के माता-पिता की सराहना की। मुख्य अतिथि डोगरा ने स्काउट गाइड के मंडल प्रधान चतुर्भुज महावर व प्रभारी सहायक जिला कमिश्नर त्रिभुवन गौतम के साथ कब बुलबुल की प्रतियोगिताओं का शुभारंभ किया।

वहीं उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि प्रथम श्रेणी स्काउट रहे माथुर ने कहा कि स्काउटिंग गाइडिंग जीवन में संघर्ष व आत्मविश्वास का अनूठा पाठ पढ़ाती है अपने संस्करणों के माध्यम से उन्होंने इस प्रकार के आयोजनों को जीवन उपयोगी संयोजन बताया वह महात्मा गांधी के दर्शन की आवश्यकता व महत्व के पोषक के रूप में स्काउटिंग गाइडिंग की भूमिका को सराहनीय बताया । इस अवसर पर महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक भैरव प्रकाश नागर ने अध्यक्षता की। रवि राज मिश्रा व प्रियंका नरूका के नेतृत्व में आयोजित बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम के विजेताओं को अतिथियों द्वारा पुरुस्कार प्रदान किए गए। वरिष्ठ रोवर लीडर रमेश चंद पारीक ने ‘धरती थारा जाया लाल भूखा क्यों मरे’ व शक्तिमान पब्लिक स्कूल बड़ोदिया व गांधी बाल विद्या निकेतन स्कूल हिंडोली के कब बुलबुल ने सांस्कृतिक नृत्य नाटिका ‘मुझे इस दुनिया में लाया मुझे बोलना चलना सिखाया ओ मात पिता तुम्हें वंदन मैंने किस्मत से तुम्हे पाया’ तथा पन्नाधाय नृत्य नाटिका की भव्य प्रस्तुति से सब को भावविभोर कर दिया। शिविर संयोजक गिरिराज गर्ग, बुद्धि प्रकाश पुंडीर सहित डीटीसी देवी सिंह सेनानी ने अतिथियों का स्कॉर्पियन आकर व साफा बंधवा कर अभिनंदन किया व स्मृति चिन्ह भेंट किए इससे पूर्व कब बुलबुल द्वारा शिविर प्रांगण पर गार्ड ऑफ ऑनर करतल ध्वनि कब कृष्णकांत प्रजापत के नेतृत्व में विशाल गर्जना वह बुलबुल चंचल सैनी के नेतृत्व में बड़ी सलामी द्वारा अतिथियों का अभिनंदन किया। कब प्रार्थना के साथ प्रारंभ हुए कार्यक्रम में विभिन्न कबिंग गतिविधियों का जीवंत प्रस्तुतीकरण किया गया। संचालन समन्वयक सर्वेश तिवारी ने किया।

संस्था निदेशक शंभू दयाल अग्रवाल व दुर्गा सिंह हाडा सहित गवर्नमेंट आतिश वर्मा जसपाल सिंह लोकेश सैनी रेंजरमेट ज्योत्सना कुमावत, रीना कुमारी, आरती राठौर व प्रियंका कुमावत, ट्रेनिंग काउंसलर पुरुषोत्तम दाधीच, विश्वजीत जोशी, शंभू दयाल शर्मा नीरज कुमार शर्मा नए प्रशिक्षक दल के रूप में विभिन्न गतिविधियों का प्रस्तुतीकरण में सहयोग प्रदान किया। द्वितीय सत्र में लंबी कूद, रस्सी कूद, मेंढक दौड़, जलेबी दौड़, साइकिलिंग, गुब्बारा फोड़, बीपी सिक्स, सुई में धागा पिरोना, मेंढक दौड़, रिंग फेंक प्रतियोगिताओं का उत्साही आयोजन किया गया जिसमें नन्हें-नन्हें कब बुलबुल ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

Umesh Saxena

I am the chief editor of rubarunews.com