आयुर्वेदिक औषधि चिकित्सक की देखरेख में ही लें
बूंदी. KrishnaKantRathore/ @www.rubarunews.com- भारत सरकार की गाईड लाईन के अनुसार आयुर्वेद निदेशालय अजमेर के निर्देशन में आयुर्वेद विभाग द्वारा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाकर संक्रमण रोक कर स्वस्थ रखने का आयुुर्वेदिक काढा काफी कारगर साबित हो रहा है। आयुर्वेद विभाग बूंदी के सहायक निदेशक ओर औषध नियंत्रक डा.जे.पी.शर्मा ने बताया कि आयुर्वेद औषधियां ओर क्वाथ चिकित्सकीय निर्देशन मे लेने पर ही कारगर होती है क्योंकि मात्रा, ऋतु बल को देखते हुये दी गयी आयुर्वेद औषधियां बिना किसी दुष्प्रभाव के संक्रमण रोकने में प्रभावी भूमिका निभाती है। अतः इन्हें चिकित्सकीय निर्देशन में ही लें।
आयुर्वेद विभाग के उप निदेशक डा.हेमन्त कुमार शर्मा ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए आयुर्वेद विभाग ने सर्तकता दिखाते हुये सम्पूर्ण जिले में औषधालयों ओर जिला आयुर्वेद चिकित्सालय के माध्यम से रोग प्रतिरोध काढे का वितरण 12 मार्च से ही शुरू कर दिया था जो कि अभी भी निरन्तर जारी है। अब तक जिले में 70 हजार से अधिक लोगों को रोग प्रतिरोध काढा पिलाया जा चुका है। इसके अतिरिक्त 3600 से अधिक कोरोना वारियर्स को शुष्क क्वाथ बांटा जा चुका है एवं पायलेट प्रोजक्ट मे जिला स्तर से ब्लाक स्तर, ग्राम स्तर तक स्थित आयुर्वेद औषधालयो में कोरोना के संक्रमण से बचा कर और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाकर स्वस्थ रखने के लिए 14 दिनो तक आयुर्वेद औषधियां ओर क्वाथ का वितरण करके गाईड लाईन के अनुसार रिसर्च हेतु पूर्ण डाक्यूमैटशन किया जा रहा है। इस कार्य हेतु जिला कलक्टर महोदय और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से समन्वय करते हुए समस्त जिले की चैक पोस्टो पर लगे हुये आयुर्वेद विभाग के कार्मिको को इस अहम प्रोजेक्ट हेतु कार्यमुक्त कराकर कोरोना नियंत्रण द्वारा ब्लाक ओर ग्रामीण स्तर पर 11 विशेषज्ञ टीम बनायी गयी है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाकर संक्रमण रोकने में प्रभावी भूमिका अदा कर रही है, यह कार्य निरन्तर जारी है।
शंकरपुरा, बालेता, सिलोर, नैनवा, तालेडा, सीतापुरा, गादेगाल मे संक्रमण मिलने पर वहां के लोगो की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाकर संक्रमण रोकने मे प्रभावी भूमिका अदा कर रहे हंै, यह कार्य निरन्तर जारी है।