राजस्थान

अपडेट-चंबल में पलटी नाव पलटी, 11 शव मिले , कुछ अभी भी है लापता

कोटा.KrishnaKantRathore/ @www.rubarunews.com>> – कोटा जिले की सीमा के आखिरी क्षेत्र खातौली क्षेत्र के गोठड़ा गांव में बुधवार सुबह एक नाव चम्बल नदी में डूब गई। इस नाव में 40 से अधिक लोग सवार थे। इसके साथ ही ग्रामीणों की करीब दर्जनभर मोटरसाइकिले भी इस नाव में रखी हुई थी। नाव में महिलाएं और बच्चे भी सवार थे। बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और अपने स्तर पर बचाव व राहत कार्य में जुटे हुए है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। हादसे की सूचना मिलने पर कोटा से भी बचाव और राहत दल रवाना हो गए है। जिला कलक्टर और एसपी ने हादसे की जानकारी ली और आला अधिकारी मौके के लिए रवाना हो गए हैं। मौके पर संभागीय आयुक्त कोटा, जिला कलेक्टर कोटा, एसपी कोटा ग्रामीण, उपखंड अधिकारी इटावा डटे रहे।

सूत्रों के अनुसार नाव में 40 से अधिक लोग सवार थे, जो गोठड़ा गांव से चम्बल नदी पार कर रहे थे। अचानक नाव असन्तुलित हो गई और पानी भरने लग गया। नाव को डूबता देखकर इसमें सवार लोग चम्बल नदी में कूद गए थे, इसके बाद नाव भी पानी में डूब गई है। जो लोग तैरना जानते थे, वह तैरकर नदी से बाहर आ गए हैं। अभी तक यह पता नहीं चला कि कितने लोग नदी में डूबे हुए हैं। मौके पर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौके पर है।

हादसे में लापता 14 लोगों में से 12 के शव मिले…..
अब तक 14 लापता मे से 12 शव मिल चुके हैं , शेष लापता लोगों की तलाश युद्ध स्तर पर जारी है। हादसे के समय नाव मे रखी थी करीब दर्जनभर मोटरसाइकिले
ग्रामीण ने सभी को बाहर निकाला

मुख्यमंत्री राहत कोष से 1-1 लाख की आर्थिक सहायता…..
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चंबल नदी में नाव पलटने की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए हादसे पर दुख जताया और तुम लोगों के परिजनों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की।
मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रशासन को राहत और बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश देते हुए सभी मृतकों के परिजनों को एक-एक लाख की आर्थिक सहायता जारी करने की घोषणा भी की।

लोकसभा सचिवालय जिला प्रशासन के संपर्क, दिए राहत और बचाव कार्य में तेजी के निर्देश….
लोकसभा अध्यक्ष एवं स्थानीय सांसद ओम बिरला ने चंबल नदी के नाव हादसे में मारे गये सभी मृतकों के परिजनों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करते हुए जिला प्रशासन को राहत और बचाव कार्यो में तेजी लाने के निर्देश दिए। लोकसभा सचिवालय जिला प्रशासन से नियमित संपर्क में हैं और आवश्यक कार्यवाही मौके पर ही पूर्ण कर पार्थिव देह परिजनों को जल्द सुपुर्द करने के निर्देश निर्देश देते हुए लापता व्यक्तियों के बचाव कार्य में तेजी लाने को कहा गया है।