मिलेट्स फसलों के रकबे को बढाने के लिए कार्य करें-कलेक्टर Work to increase the area under Millets crops – Collector
श्योपुर.Desk/ @www.rubarunews.com>>कलेक्टर शिवम वर्मा ने जिला कृषि विकास प्लान को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए निर्देश दिये कि आगामी तीन वर्षो के लिए तैयार की जा रही कृषि कार्य योजना में मिलेट्स फसलों के रकबे को बढाये जाने के साथ ही प्राकृतिक एवं जैविक खेती से अधिक से अधिक किसानों को जोडने पर फोकस किया जायें। कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में उप संचालक कृषि पी गुजरे, सहायक संचालक उद्यानिकी एमएस तोमर, उप संचालक पशु चिकित्सा डॉ सुभाष बाबू दौहरे सहित मत्स्य पालन, कॉपरेटिव आदि विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर शिवम वर्मा ने निर्देश दिये कि आगामी तीन वर्षो को दृष्टिगत रखते हुए जिले का कृषि प्लान इस प्रकार तैयार किया जाये कि फसल उत्पादन का रकबा निरंतर बढे एवं फसल चक्र का पालन करते हुए दलहन एवं तिलहन फसलों को बढावा दिया जायें। मिलेट्स फसलों के रूप में जिले में ज्वार, बाजरा का उत्पादन बढाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि कोदो, कुटकी एवं सावा, रागी के लिए भी किसानों को प्रेरित किया जायें। वर्तमान में कराहल क्षेत्र में 100 के लगभग किसान कोदो, कुटकी का उत्पादन कर रहे है। उन्होने निर्देश दिये कि स्मार्ट कृषि के क्षेत्र में सभी विभाग मिलकर कार्य करें, रिज एण्ड फेरो पद्धति से सोयाबीन की बुवाई तथा एसआरआई पद्धति से धान की बुवाई को प्रोत्साहित किया जायें। उन्होने मछली पालन, पशुपालन को बढावा देने, कृत्रिम गर्भाधान तथा पशु टीकाकरण का कव्हरेज बढाने, नैनो यूरिया एवं नैनो डीएपी के उपयोग के लिए किसानों को प्रेरित करने एवं ड्रोन का उपयोग बढाने के निर्देश दिये गये।
मिलेट्स फसलों के रकबे को बढाने के लिए कार्य करें-कलेक्टर Work to increase the area under Millets crops – Collector
इस अवसर पर उप संचालक कृषि श्री पी गुजरे ने बताया कि आगामी तीन वर्षो के लिए जिला कृषि प्लान तैयार किया जा रहा है, जिसमें कृषि आदान विभाग, पशुपालन, मत्स्य, उद्यानिकी, कॉपरेटिव आदि विभागों का सहयोग प्राप्त किया गया है। उन्होंने बताया कि जिले में 1 लाख 03 हजार 134 कृषक है तथा जिले की जीडीपी में कृषि की भागीदारी 40 प्रतिशत है, प्रायमरी सेक्टर की भागीदारी 57.3 प्रतिशत आंकलित की गई है, जिसके तहत कृषि, लाइवस्टोक, मत्स्य एवं जलीय कृषि, वानिकी आदि घटक शामिल है। वर्तमान में जिले की कृषि विकास दर 18.5 प्रतिशत है। उन्होने बताया कि वर्ष 2025-26 तक खरीफ मौसम में दलहन फसलो का रकबा 44100, रबी मौसम में 21800 तथा जायद फसलो के लिए 5200 हेक्टयर का लक्ष्य रखा गया है। वर्तमान में खरीफ दलहन का रकबा 38300, रबी का 16160 तथा जायद का 3310 हेक्टयर है। इसी प्रकार तिलहन के लिए 2025-26 तक खरीफ मौसम में 23500, रबी में 77900 तथा जायद में 1600 हेक्टयर रकबे का लक्ष्य निर्धारित है। अभी खरीफ मौसम में 18500 तथा रबी में 72520 रकबा है। मिलेट्स खरीफ फसल के लिए अभी 24000 हेक्टयर रकबा है, जिसमें वर्ष 2025-26 तक 33100 हेक्टयर तक ले जाया जायेगा।
उप संचालक पशुपालन डॉ सुभाष बाबू दौहरे ने बताया कि मुख्यमंत्री दुधारू पशु प्रदाय योजना में इस वर्ष 65 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है। वर्ष 2025-26 तक 120 हितग्राहियों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसी प्रकार पशुधन बीमा योजना में 2100 का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, इस वर्ष 1822 पशुपालक पशुधन बीमा योजना में शामिल है। उन्होने बताया कि उक्त दोनो योजनाओं में श्योपुर जिला प्रदेश में प्रथम स्थान पर है।
उद्यानिकी विभाग की ओर से उद्यानिकी अधिकारी एसएस प्रजापति द्वारा प्रजेटेंशन दिया गया तथा आगामी वर्षो में उद्यानिकी फसलों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। मस्त्यपालन एवं सहकारिता विभाग द्वारा भी अपना प्रजेटेंशन दिया गया।