महिलाएं डर व झिझक को छोड़ शिक्षित होकर विकास के आयामों का करें सृजन – सुमन गुप्ता
बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com>> अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर शुक्रवार को जिले भर में महिला जागरूकता व महिला सशक्तिकरण की भावना से विभिन्न संस्थाओं की ओर से संगोष्ठी, नाटक मंचन, सम्मान समारोह सहित विभिन्न आयोजन हुए।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा माटून्दा ग्राम में महिला विधिक जागरूकता कार्यक्रम व परिचर्चा का आयोजन प्राधिकरण की सचिव सुमन गुप्ता के मुख्यातिथ्य और ग्रामीण महिला कार्यकर्ता कल्पना शर्मा की अध्यक्षता में हुआ। परिचर्चा में महिला सशक्तिकरण अभियान से जुड़े डॉ सर्वेश तिवारी मुख्य वक्ता रहे।
महिला संभागियों को संबोधित करते हुए सुमन गुप्ता ने कहा कि बदलते हुए समय के अनुसार महिलाओं को विकास के विभिन्न आयामों से स्वयं को जोड़ना चाहिए। महिला सशक्तिकरण से जुड़े विभिन्न विधिक नियमों कानून की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि आवश्यकता इस बात की है कि महिलाएं अपने डर व झिझक को छोड़कर शिक्षा को अपनाएं व विकास के आयामों का सृजन करें। शिक्षा को सशक्तिकरण का आधार बताते हुए गुप्ता ने इस अवसर पर महिला सशक्तिकरण से जुड़े प्रावधानों, महिलाओं को शारीरिक स्वस्थता, लोक अदालत, बाल विवाह नियंत्रण, बालिका शिक्षा, लैंगिक समानता, सामाजिक कुप्रथाओं के उन्मूलन की भी विस्तृत जानकारी दी। मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए सर्वेश तिवारी ने महिलाओं को निशुल्क शिक्षा व आर्थिक स्वावलंबन से जुड़ी विविध योजनाओं की जानकारी दी।
महिला विकास के आयाम पर विभिन्न मुद्दों पर हुई परिचर्चा
महिला विकास के आयाम विषय पर आयोजित महिलाओं की इस परिचर्चा में महिला एवं बाल विकास विभाग की आँगनबाडी कार्यकर्ता उषारानी, सुषमा सांखला, सहायिका निमला राठौर, मिथलेश कुमारी सीमा, महिला अधिकारी का विभाग की साथिन कार्यकर्ता सुनिता मेहर ने आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक उन्नयन से जुड़े विभिन्न मुद्दो पर महिला अधिकार व सशक्तिकरण के विविध आयामों की जानकारी दी। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कल्पना शर्मा ने अध्यक्षीय उद्बोधन के साथ आभार जताया। आयोजन में मजदूरी व खेतीकार्य से जुड़ी महिलाओं, गृहणियों व बेटियों ने भाग लिया।