वक़्त के साथ सामने आरहे है कोरोना के नए लक्षण , जाने क्या है हैप्पी हाइपोक्सिया
नईदिल्ली.Desk/ @www.rubarunews.com- 2020 में भारत मे दस्तक देने वाला कोरोना लगातर अपने लक्षण बदलता जारहा है। शुरवात में covid19 कोरोना के लक्षणों में सर्दी, खांसी, बुखार, और स्वाद व गंध की कमी , शामिल थे । पर 2021 में कोरोना की दूसरी लहर में कोरोना के नए नए symptoms सामने आरहे है जैसे कि बुखार , सर्दी खांसी के साथ निमोनिया, सांस फूलना, सांस में कमी , लंग्स में इन्फेक्शन या छोटी रक्त वाहिकाओं में थक्कों का जमना है, पर इन लक्षणो के साथ कोरोना में एक खतरनाक लक्षण और है “हैप्पी हाइपोक्सिया” ।
◆ क्या है हैप्पी हाइपोक्सिया ~
हाइपोक्सिया एक रोग की स्थिति है, जिसमे शरीर के अंग को ऊंच स्तर पर पर्याप्त ऑक्सीजन नही मिल पाती है।
हैप्पी हाइपोक्सिया, ऑक्सीजन की कमी को या आपूर्ति न होने को कहते है। इसमे व्यक्ति अत्यधिक बीमार हो जाता है ,और इसके लक्षणों में चक्कर आना, थकान, सुन्नता, मतली, अनॉक्सिता और पाँव में झुनझुनी होना शामिल है।
कोरोना में हैप्पी हाइपोक्सिया बच्चो, युवा से लेकर बुजर्गो में सामने आरहा हौ जिसके कारण कई मरीजों की मृत्यु भी हुई है।
◆ कोरोना में हैप्पी हाइपोक्सिया से होसकता है जान का खतरा ~
ब्रिटेन के मैनचेस्टर रॉयल इनफरमरी हॉस्पिटल के एनेस्थिशियोलॉजिस्ट डॉ. जोनाथन स्मिथ का कहना है कि हाइपोक्सिया का अर्थ है कमी होना । कोरोना काल मे हैपी हाईपोक्सिया का अर्थ है ऑक्सीजन में कमी होना।
एक स्वस्थ व्यक्ति में ऑक्सीजन का स्तर 95 % या उससे ऊपर रहता है पर कोरोना में यह ऑक्सीजन का स्तर 70-80 से लेकर 50फीसदी तक गिर जाता है और कोरोना से शरीर मे खून के थक्के जमने के कारण ऑक्सीजन की कमी होने लगती है जिसके कारण संक्रमित के दिमाग तक ऑक्सिजन नही जा पाती है और उसके अंग काम करना बंद कर देते है जिस से की संक्रमित की मृत्यु भी होसकती है इसे ही हैप्पी हाइपोक्सिया कहते है।
कैसे बचा जासकता है हैप्पी हाइपोक्सिया से~
डॉ. अनूप यादव कहते हैं कि कई बार कोरोना के जानलेवा लक्षणो के कारण इसका पता नही चल पाता है ,
परन्तु सांस लेने में दिक्कत होने या सांस उखड़ने लगे या बुख़ार रहे तो उसे साधरण ना समझ कर तुरन्त डॉक्टर से मिलना चहिये ताकि तुरन्त ऑक्सिजन की कमी को पूरा किया जा सके। ऑक्सिजन की कमी जाचने के लिए अपने हाथों में एक पल्स ऑक्सीमीटर लगाय जिससे की ऑक्सिजन के स्तर को नापा जा सके।
यदि संक्रमित की स्थिति सामान्य ना लगे तोचिंता ना करते बाई तुरन्त डॉक्टर से सम्पर्क करें ।