केडीए में मिलाए जाने वाले 63 गांवों में ज़िले को होने वाले नुकसान की देंगे जानकारी
बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com>>कोटा विकास प्राधिकरण के गठन में मिलाए जाने वाले बून्दी ज़िले में बून्दी विधानसभा क्षेत्रा के 48 एवं केशवरायपाटन विधानसभा क्षेत्रा के 15 गाँव में जाकर ग्रामीणों की बैठकें लेकर केडीए के गठन से बून्दी ज़िले को होने वाले आर्थिक, राजनैतिक व व्यापारिक नुक़सान से अवगत करवाने के उद्देश्य से मंगलवार को बरड क्षेत्रा के देवरिया, पीली की खान व मानपुरा गाँव में बैठकें लेकर रूपेश शर्मा ने जागरूकता अभियान की शुरुआत की।
केडीए गठन में लिए जाने वाले गाँव में निवास करने वाले ग्रामीणों को भाजपा नेता रूपेश शर्मा ने चार दशक से भू आवंटन पर लगी रोक के कारण पीढ़ियों से क़ाबिज़ काश्तकारों एवं निवासियों को भविष्य में उनकी ज़मीनों पर होने वाले नुक़सान से अवगत कराया। भाजपा नेता रूपेश शर्मा ने केडीए से प्रभावित होने सभी 68 गाँव के ग्राम वासियों के हित के साथ ही बून्दी ज़िले की अस्मिता बचाने के लिए पीली की ख़ान,मानपुरा और देवरिया में निवास करने वाले सभी बंजारा,भील,गुर्जर व माली सहित अन्य सभी समाज के प्रतिनिधियों व ग्रामवासियों के साथ बैठक कर आंदोलन के लिए जन समर्थन माँगा। लक्ष्मीपुरा पंचायत के पीली की खान गाँव की बैठक में भाजपा नेता रूपेश शर्मा के साथ पंचायत समिति सदस्य देवलाल गुर्जर, ग्रामवासी गोपाल भाट, प्रहलाद बौकण, कल्याण बंजारा, धन्नालाल गुर्जर, रूपचंद बंजारा, सौजीलाल बंजारा, तोला चंद, हज़ारी लाल, जगदीश व मदन बंजारा सहित अनेक ग्रामवासी मौजूद रहै।
कृषि योग्य सिवायचक भूमि पर खनन विभाग ने किया खानों का आवंटन
इस दौरान ग्रामीणों ने खनन विभाग पर देवरिया गाँव में कृषि योग्य भूमि पर 25-25 बीघा की खानों के 13 स्लॉट बनाकर बाहर के व्यवसायियों को उपकृत करने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों से बिना पूछें खानों की गई ऑनलाइन नीलामी विरोध करते हुए हर तरह का संघर्ष करने को कहा। भाजपा नेता रूपेश शर्मा ने भी यहाँ निवास करने वाले लोगों की कृषि योग्य सिवायचक ज़मीनों पर खानें आवंटित करने के निर्णय को खनन विभाग व राजस्थान सरकार का अविवेकपूर्ण निर्णय बताते हुए कुछ दिनों पूर्व की गई नीलामी के निर्णय को तत्काल प्रभाव से वापस लेकर सभी बोलियाँ निरस्त कर बोली दाताओं को उनकी अर्नेस्ट मनी शीघ्र वापस लौटाने की माँग की है।