जिले को टीबी मुक्त ग्राम पंचायत बनाने के लिए निक्षय मित्रों के साथ ही आमजन का भी लें सहयोग– कलेक्टर
बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान के अंतर्गत जिला स्तरीय स्टेकहोल्डर्स कार्यशाला गुरुवार को जिला कलेक्टर अक्षय गोदारा की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इसमें अभियान के सफल क्रियान्वयन और आयोजित की जाने वाली गतिविधियों को लेकर व्यापक विचार-विमर्श किया गया।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला कलेक्टर ने कहा कि जिले को टीबी मुक्त बनाने के लिए अभियान के तहत हो रहे सर्वे कार्य को सावधानीपूर्वक कराया जाए। कोई भी संभावित रोगी सर्वे से वंचित नहीं रहे। टीबी स्क्रीनिंग के लिए सीबी नॉट मशीन का ज्यादा से ज्यादा उपयोग हो और प्रभावी मॉनिटरिंग की जावें। टीबी मरीजों को निक्षय पोषण योजना का लाभ मिले और निक्षय मित्र बनाने में जनप्रतिनिधियों के सहयोग के अलावा आमजन की सहभागिता सुनिश्चित की जाए।
जिला कलेक्टर ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से 24 मार्च विश्व टीबी दिवस तक खास अभियान चलाकर टीबी मुक्त दिशा में काम किया जा रहा है। इसके लिए चिकित्सा विभाग द्वारा प्रदत्त टीबी सेम्पल संग्रहण लक्ष्यों की शत प्रतिशत प्राप्ति की जाए। केशोरायपाटन ब्लॉक में एएनएम व आशा सहयोगिनियों के माध्यम से संभावित मरीजों के सैंपल लेकर उपचार शुरू करवाया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि सीएचसी, पीएचसी में इलाज के लिए आने वाले खांसी के रोगियों के सैंपल आवश्यक रूप से लिए जाए।
उन्होंने कहा कि अभियान का उद्देश्य टीबी रोग (क्षय रोग) उन्मूलन को गति देना, समुदाय में टीबी की समय पर पहचान, उपचार एवं रोकथाम को मजबूत करना है। शिक्षा विभाग आगामी 3 से 5 मार्च तक विद्यालयों में जागरूकता रैली व भाषण प्रतियोगिता आयोजित करवाए। साथ ही आगामी माह में आयोजित होने वाली ग्राम सभाओं में भी टीबी रोग के प्रति लोगो को जागरूक किया जावें।
उन्होंने निर्देश दिए कि शिक्षा विभाग विद्यालयों में जागरूकता अभियान चलाकर छात्र-छात्राओं को क्षय रोग लक्षणों के प्रति जागरूक करें। इसके अलावा टीबी के प्रति आमजन को आईईसी गतिविधियों के जरिए जागरूक बनाने का कार्य किया जाए। साथ ही टीबी मरीजों की अधिकाधिक सैंपलिंग करवाई जाए।
कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओपी सामर ने बताया कि अभियान के तहत जिले की 91 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें हिण्डोली की 21, तालेड़ा की 16, नैनवां की 16, बून्दी की 15, कापरेन क्षेत्र की 23 ग्राम पंचायत शामिल है, जिन्हे टीबी मुक्त बनाया जाएगा। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. कुलदीप मीना ने अभियान अन्तर्गत जिला एवं ब्लॉक स्तर पर की जाने वाली गतिविधियों के बारे में जानकारी देते हुए अभियान के 6 प्रमुख मानकों के बारे में विस्तार से बताया।