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बाघिन आरवीटी-2 के मौत की हो उच्च स्तरीय जांच – सीएल प्रेमी

बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com>>बूंदी जिले में रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में बाघिन आरवीटी-2 के कंकाल मिलने का मामला ठंडा होता नजर नहीं आ रहा हैं। कंकाल मिलने के 5 दिन बाद भी जहां वन विभाग इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं, वहीं वन्य जीव प्रेमियों के साथ अब स्थानीय विधायक भी अपनी आवाज उठाने लगे हैं। मामले में केशोरायपाटन विधायक सीएल प्रेमी ने वन बूंदी जिले में रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में बाघिन आरवीटी-2 के मौत की उच्च स्तरीय जांच कराने सहित लापता शावक को जल्द से जल्द बरामद करने की मांग को लेकर मंत्री को पत्र लिखा हैं। वहीं मंगलवार को ही पीसीसी सदस्य सत्येश शर्मा भी इस मामले में मुख्यमंत्री व लोकसभा अध्यक्ष से उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए साजिश की आशंका व्यक्त कर चुके हैं। मामले में शनिवार को युवा कांग्रेस द्वारा जिला कलेक्ट्रेट मुख्य गेट पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम पर ज्ञापन सौंप कर निष्पक्ष जांच होने तक वर्तमान में पदस्थापित अधिकारियों और कर्मचारियों को हटाने की मांग की हैं।
वन मंत्री को लिखे पत्र में विधायक प्रेमी ने अवगत करवाया है कि बूंदी जिले में रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व  में बाघिन आरवीटी 2 का 20 दिन पुराना कंकाल बरामद हुआ है। बाघिन की मौत के बाद अब रामगढ़ में एक बाघ, एक बाघिन और 3 शावक ही बचे है इसमें से एक शावक अभी तक लापता है। विभाग की लापरवाही और मॉनिटरिंग के अभाव में रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में बाघों का कुनबा धीरे धीरे कम हो रहा है।
वन विभाग की कार्यशैली पर उठ रहे हैं सवालिया निशान
केशोरायपाटन विधायक  प्रेमी ने बताया कि रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व को इको टूरिज्म के रूप में विकसित किया जा रहा है, साथ ही यहां एक बाघिन लाने का प्रयास अंतिम दौर में है। ऐसे में बाघिन की संदिग्ध मौत हो जाने से वन विभाग की कार्यशैली पर सवालिया निशान उठ रहा है। वन विभाग के अधिकारियों द्वारा बताया जा रहा है कि बाघिन का शव 20 दिन पुराना है जबकि बूंदी जिले के वन्यजीव प्रेमियों का कहना है कि बाघिन की केवल हड्डियां मिली है 20 दिन में ऐसा होना संभव नहीं है। उन्होने वन मंत्री से बाघिन आरवीटी 2 की संदिग्ध अवस्था में हुई मौत की उच्च स्तरीय जांच कराने एवं लापता शावक को जल्द से जल्द बरामद करवाने की मांग की है।