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हाड़ौती में दीपावली से पहले गूंजेगी मध्यप्रदेश के बाघों की दहाड़

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-बाघों के अंतरराज्यीय ट्रांसलोकेशन के तहत मध्यप्रदेश से राजस्थान के मुकुन्दरा व रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में बाघों को लाने की वन विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) से स्वीकृति मिलने के बाद लंबे समय से हाड़ौती के दोनों टाइगर रिजर्व में 5 बाघिन व 2 बाघों को मध्यप्रदेश के दो टाइगर रिजर्व से शिफ्ट किया जाना है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार की ओर से मध्यप्रदेश के कान्हा, पेंच, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में एक बाघिन तथा रामगढ़ विषधारी टाईगर रिजर्व में दो बाघिन को शिफ्ट किए जाने की अनुमति प्रदान की है। महाराष्ट्र के ताडोबा अन्धेरी एवं पेंच टाइगर रिजर्व से एक-एक बाघिन को शिफ्ट करने की स्वीकृति भी मंत्रालय द्वारा जारी की जा चुकी है। दूरी अधिक होने से बाघों को हेलीकॉप्टर से मुकुन्दरा व रामगढ़ में शिफ्ट किया जाएगा। वन विभाग ने रामगढ़ में बजाल्या ग्रासलैंड को हेलीपेड बनाने के लिए चुना है जहां से बाघों को कुछ दिन शॉफ्ट एनक्लोजर में रखा जाएगा तथा बाद में खुले जंगल में छोड़ा जाएगा। बाघों के इंटर स्टेट ट्रांसलोकेशन की तैयारियों का जायजा लेने विगत दिनों राज्य के अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक राजेश गुप्ता बूंदी का दौरा कर चुके है। इस दौरान उन्होंने रामगढ़ में हेलीपेड स्थल व कालदां के जंगलों का दौरा कर ग्रासलैंड का अवलोकन किया तथा बाघों के लिए आवश्यक इंतजाम करने के निर्देश दिए। रामगढ़ में जल्दी ही हेलीपेड स्थल का वायु सेना के विंग कमांडर निरीक्षण कर हेलीकॉप्टर उतरने के स्थल को हरी झंडी देंगे। उम्मीद है कि दीपावली से पूर्व बाघों को लाने की कार्यवाही शुरू हो जाएगी। बाघों को चिह्नित करने का कार्य चल रहा है और बारिश का दौर भी अब लगभग समाप्त हो चुका है ऐसे में उम्मीद है कि जल्दी ही मध्यप्रदेश के बाघ हाड़ौती में दहाड़ेंगे और यहां के बाघों में जिनपूल परिवर्तन होगा।
इनका कहना है

मध्यप्रदेश से बाघ व बाघिनों को लाने की तैयारी चल रही है और जल्दी ही बाघों को चिह्नित कर रामगढ़ व मुकुन्दरा में शिफ्ट किया जाएगा। इस साल मध्यप्रदेश व राजस्थान में बारिश ज्यादा होने से बाघों को लाने में थोड़ा विलंब हुआ है लेकिन अब परिस्थितियां अनुकूल है और दीपावली तक बाघों को लाने की शुरुआत होने की संभावना है।
सुगनाराम जाट, फील्ड डायरेक्टर मुकुन्दरा एवं रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व