जीवन का आनंद बाहर के विषयों में नहीं, अपितु भीतर होता है – कथा व्यास पं शिवलहरी
बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- गुरुनानक कॉलोनी के श्री अभय नाथ महादेव मंदिर में आयोजित हो रही श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ के सातवें दिन कथा व्यास पं शिव लहरी गौतम ने भगवान दत्तात्रेय विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भगवान दत्तात्रेय ने अनुभव सिद्ध बात कही है कि आनंद बाहर के विषयों में नहीं भीतर होता हैं। उन्होंने बताया कि दीक्षा गुरु एक होता है, किंतु शिक्षा गुरु अनेक हो सकते हैं। भगवान दत्तात्रेय ने अपने 24 गुरुओं जैसे धरती ,वायु, आकाश, जल ,अग्नि चंद्रमा ,सूर्य ,कबूतर, अजगर समुद्र, पतंगा, भ्रमर, हाथी, मधुमक्खी आदि से भी शिक्षा ली है। उन्होंने सत्संग की महिमा का बताते हुए कहा कि सत्संग प्रेरित भक्ति के कारण ही भक्त भगवान के प्रिय पात्र बनते हैं। पंडित गौतम ने श्रीमद् भागवत को भगवान से मिलने मिलाने का साधन बताया और कहा की संसार के विषय सुखों से धीरे-धीरे विरक्ति और प्रभु के प्रति प्रेम का बढ़ना यही श्री भागवत कथा की लीला का उद्देश्य है।
कथा की महाआरती में चंद्र प्रकाश शर्मा, रूद्रेश, राजेश, दामोदर, पुरुषोत्तम, सत्यनारायण, रामेश्वर शर्मा, गौतम समाज के नगर अध्यक्ष नवल किशोर शर्मा, भाजपा नेता संजय शर्मा, किशन गोपाल सोमानी, रामस्वरूप शर्मा, रामरतन शर्मा, ब्रजमोहन शर्मा सहित अनेक भक्त मौजूद रहे।