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बस स्टैंड पर ड्रोन हमले की सूचना से मचा हड़कंप, मॉकड्रिल में दिखी प्रशासन की तत्परता

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- बूंदी शहर के मध्य स्थित व्यस्ततम बस स्टैंड पर अचानक अफरा-तफरी का माहौल बन गया, जब ड्रोन से हवाई हमले की सूचना फैली। हालांकि, यह कोई वास्तविक हमला नहीं था, बल्कि जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा आयोजित एक मॉकड्रिल थी, जिसका उद्देश्य शहर में किसी भी संभावित आतंकी घटना या आपदा से निपटने की तैयारियों का जायजा लेना था।
शाम के लगभग 5 बजे, भारत सरकार के निर्देश अनुसार ऑपरेशन शील्ड के तहत बूंदी बस स्टैंड पर एक ड्रोन के मंडराने की खबर आई, जिसके तुरंत बाद सुरक्षा एजेंसियों को सूचित किया गया। सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीमें हरकत में आ गईं और बस स्टैंड को चारों तरफ से घेर लिया गया। मॉकड्रिल के तहत, ड्रोन द्वारा हमला किए जाने और बस स्टैंड पर कई स्थानों पर आग लगने की दृश्य बनाया गया।
आगजनी की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां सायरन बजाती हुई मौके पर पहुंची और तेजी से आग बुझाने के काम में जुट गईं। दमकल कर्मियों ने आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल करते हुए कुछ ही देर में आग पर काबू पा लिया। इस दौरान, मॉकड्रिल में घायल हुए लोगों को स्ट्रेचर पर लादकर एम्बुलेंस में जिला अस्पताल पहुंचाया गया। अधिकारियों के अनुसार, इस मॉकड्रिल में कुल 32 लोगों को घायल दिखाया गया, जिन्हें प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया।
इस महत्वपूर्ण मॉकड्रिल के दौरान जिला प्रशासन के आला अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे। कार्यवाहक जिला कलेक्टर सुदर्शन सिंह तोमर, पुलिस अधीक्षक राजेंद्र कुमार मीणा, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमा शर्मा, जसवीर मीणा और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओपी सामर ने घटनास्थल पर पहुंचकर पूरे ऑपरेशन का निरीक्षण किया। उन्होंने मॉकड्रिल में भाग ले रही विभिन्न टीमों के कार्यों का जायजा लिया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मॉकड्रिल के सफल समापन के बाद कार्यवाहक जिला कलेक्टर ने बताया कि इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य शहर में किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में विभिन्न सरकारी विभागों के बीच समन्वय और त्वरित प्रतिक्रिया की क्षमता को परखना था इसी ड्रिल के तहत सभी विभाग मुस्तैदी के साथ बूंदी बस स्टैंड पर केवल 8 मिनट के समय के भीतर पहुंचकर जिला प्रशासन की मुस्तैदी का परिचय दिया। उन्होंने कहा कि यह मॉकड्रिल काफी सफल रहा और इससे सुरक्षाकर्मियों और प्रशासनिक अधिकारियों को अपनी तैयारियों का आकलन करने का अवसर मिला।
उन्होंने कहा कि इस तरह के मॉकड्रिल भविष्य में भी नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे ताकि किसी भी आपात स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके। उन्होंने आम जनता से अपील की कि वे इस तरह के अभ्यासों को लेकर किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन का सहयोग करें। इस मॉकड्रिल ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि बूंदी जिला प्रशासन और पुलिस किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है और नागरिकों की सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है।