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भारतीय नव वर्ष से गौ-ग्रास के लिये 10 रूपये निकालने का संकल्प लें – स्वामी अखिलेश्वरानंद

भोपाल.Desk/ @www.rubarunews.com>>मध्यप्रदेश गौ-पालन एवं गौ-संवर्धन बोर्ड की कार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि ने प्रदेश के लोगों से चैत्र प्रतिपदा से प्रारंभ भारतीय नव वर्ष में गौ-ग्रास के निमित्त प्रतिदिन 10 रूपये निकालने का संकल्प लेने का अनुरोध किया है। स्वामी जी ने कहा कि लोगों की सुविधा के लिये गौ-संवर्धन बोर्ड द्वारा गौ-ग्रास के निमित्त प्रतिदिन घरों से निकाली जाने वाली एक रोटी दान का नवाचार किया गया है।

गौ-ग्रास के निमित्त लोग वर्तमान नवरात्र से प्रतिदिन 10 रूपये एक गुल्लक में संकलित करें। ठीक एक वर्ष बाद यह राशि 3 हजार 650 रुपये गुल्लक में जमा हो जायेगी, जिसे आप अपनी निकट की गौशाला में या मध्यप्रदेश गौ-संवर्धन बोर्ड की वेबसाइट www.gopalanboard.mp.gov.in के माध्यम से पोर्टल में जमा कर गौ-ग्रास के लिये उपलब्ध करा सकते हैं। इससे गौशाला में रहने वाली बेसहारा गायों की बेहतर देखभाल हो सकेगी।

दान राशि आय कर से मुक्त

स्वामी अखिलेश्वरानंद ने कहा कि गौ-संवर्धन बोर्ड के पोर्टल पर गौ-ग्रास सहित चारा, भूसा पशु आहार के लिये अपनी मर्जी अनुसार भी ऑनलाइन राशि दान कर सकते हैं। दान की हुई राशि पर आय कर की छूट रहेगी।

स्वामी अखिलेश्वरानंद ने कहा कि भारतीय संस्कृति में पुरातन काल से विभिन्न मान्यताओं के आधार पर भारतीय गौवंश के महत्व को प्रत्येक युग में अक्षुण्ण बनाये रखने का सामूहिक प्रयत्न किया गया है। गौवंश का धार्मिक पहलू ही नहीं, बल्कि उसका आर्थिक, सामाजिक, पारिवारिक, कृषिक, आयुर्वेदिक, पर्यावरणीय और वैज्ञानिक पक्ष भी बड़ा सशक्त है। भारतीय गौवंश पर न केवल भारत में, बल्कि विदेशों में भी वैज्ञानिक आधार पर उसके गोबर, गौमूत्र, पंचगव्य (दूध, दही, घी, मक्खन, तक्र) पर बहुविध शोध हुए हैं। गाय की महत्ता दूध की मात्रा पर नहीं, बल्कि दूध की गुणवत्ता पर आधारित है। देशी गाय गुणवत्ता के मामले में सर्वश्रेष्ठ हैं। प्रदेश की आबादी लगभग साढ़े सात करोड़ है। यदि एक करोड़ लोग भी प्रतिदिन गौ-ग्रास के लिये निकालते हैं, तो गौवंश और गौ-शालाओं की आत्म-निर्भरता के लिये बहुत मददगार होगा।