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जिले में आगामी एक जुलाई से शुरू होगा भेड़ निष्क्रमण

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com>>जिले में इस वर्ष भेड़ निष्क्रमण काल के लिए की गई तैयारियों की शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलेक्टर अक्षय गोदारा ने समीक्षा बैठक ली और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि  भेड़ निष्क्रमण के दौरान भेड़ पालकों की सहायता के लिए चैक पोस्टों की स्थापना व भेड़ों की स्वास्थ्य रक्षा के लिए टीकों एवं औषधियों की उपलब्धता सुनिश्चित की जावें। भेड़ पालकों को निष्क्रमण के मार्गों पर ही चलने के लिए पाबंद करवाना एवं अस्थायी टेंट एवं शेड की व्यवस्था की जावें। रसद विभाग निष्क्रमण के दौरान आने वाले भेड़ पालकों को राशन उपलब्ध करवाएं। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि भेड़ पालकों के परिवारों के सदस्यों को चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए व्यवस्था की जावें। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भेड़ पालकों के बच्चों को पढ़ाने हेतु शिक्षकों की ड्यूटी लगाने तथा निःशुल्क पाठ्य सामग्री वितरण करने के निर्देश दिए।
उन्होंने निर्देश दिए कि भेड़ों व भेड़पालकों के पलायन के समय टैंकरों के माध्यम से पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जावें। उन्होंने पुलिस द्वारा अस्थायी चौकियों की व्यवस्था, संवेदनशील स्थानों का चिन्हीकरण, समन्वित निष्क्रमण, नियंत्रण कक्षों की स्थापना, समन्वित भ्रमण टोलियों का गठन सहित अन्य आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग डॉ. रामलाल मीणा ने बताया कि वर्ष 2025-2026 के लिए भेड़ निष्क्रमण काल आगामी 1 जुलाई से 31 अक्टूबर तक पशु पालन विभाग द्वारा निश्चित किया गया है। इसके लिए 1 जुलाई से पशु चिकित्सालय बूंदी में नियंत्रण कक्ष की स्थापना की जाएगी। उन्होंने बताया कि बूंदी जिले में कुल 14 चौकियां बनाई गई हैं। इनमें 5 स्थाई और 9 अस्थाई चौकियां शामिल है। सभी चौकियों पर कर्मचारियों की नियुक्ति कर दी गई है।
भेड़ निष्क्रमण मार्ग निर्धारित

संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग ने बताया कि जिले में कुल 3 भेड़ निष्क्रमण मार्ग तय किए गए है। इसके तहत पहला मार्ग मध्य प्रदेश एवं चित्तौड़गढ़ से बेंगू, जोगणिया माता, बिजौलिया, गुुर्जर घाटा, लाम्बाखोह, धनेश्वर, डाबी, खड़ीपुर, कोटा रहेगा। दूसरा मार्ग हरियाणा पंजाब से जयपुर, टोंक, देवली, हिण्डोली, सथूर नाका, बसोली, खीण्या, कालदा का जंगल, बीसवां मील, भीलवाड़ा रहेगा। इसी तरह तीसरा मार्ग सवाई माधोपुर से कुस्तला होते हुए कोटड़ी तिराहा (टोंक) सोंप ( टोंक) देवली (टोंक) उनियारा (टोंक) समिधि (बूँदी) रजलावता से नैनवां, जजावर, मेण्डी, हिण्डोली, बसौली मोड़ , बाबाजी का खेड़ा, खीण्या, भीमलत, बीसवामील होते हुए बिजौलिया (भीलवाड़ा) रहेगा।
बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद रवि वर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओपी सामर, जिला रसद अधिकारी शिवजी राम जाट, जिला शिक्षा अधिकारी ओम गोस्वामी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहें।

 

Umesh Saxena

I am the chief editor of rubarunews.com