हादसे के वक्त ‘राहवीर’ बनकर बचाएं घायलों की जान
बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- “अक्सर देखा जाता है कि सड़क हादसे के बाद लोग घायलों की मदद करने के बजाय मोबाइल से वीडियो बनाने लगते हैं। युवाओं को यह सोच बदलनी होगी। वे वीडियो बनाने वाले नहीं, बल्कि ‘राहवीर’ बनकर घायलों को अस्पताल पहुंचाने वाले बनें।” यह संदेश मंगलवार को केंद्रीय विद्यालय में सड़क सुरक्षा जन जागरूकता अभियान के तहत आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में दिया गया।कार्यशाला में कार्यवाहक जिला परिवहन अधिकारी धर्मपाल सिंह गुर्जर ने छात्र-छात्राओं को यातायात नियमों की बारीकियां समझाईं। उन्होंने कहा कि सड़क पर पैदल चलते समय और बाल वाहिनी में चढ़ते-उतरते समय विशेष सावधानी बरतें। धारा एनजीओ के अध्यक्ष प्रवीण गोस्वामी ने प्रोजेक्टर पर पीपीटी के माध्यम से सड़क पर ड्राइवरों द्वारा की जाने वाली सामान्य गलतियों को प्रदर्शित किया। उन्होंने हिदायत दी कि वाहन चलाते समय या सड़क पार करते समय मोबाइल फोन का उपयोग जानलेवा हो सकता है।
कार्यशाला में सहायक प्रशासनिक अधिकारी राम सिंह हाड़ा ने विद्यार्थियों को ‘गोल्डन आवर’ का महत्व समझाया। उन्होंने कहा कि दुर्घटना के समय तमाशबीन बनने के बजाय घायलों को तुरंत प्राथमिक उपचार दें। कार्यशाला में विद्यार्थियों को सीपीआर देने का तरीका भी डेमो के माध्यम से सिखाया गया।
चित्रकला में इन्होंने मारी बाजी
जागरूकता अभियान के तहत विद्यालय में प्रश्नोत्तरी और चित्रकला प्रतियोगिता का भी आयोजन हुआ। चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम स्थान गायू जीनगर, द्वितीय मयंक शर्मा तथा तृतीय तनुष सिंह ने प्राप्त किया। कार्यक्रम के अंत में वाइस प्रिंसिपल मुकेश गुप्ता ने सभी विद्यार्थियों और स्टाफ को यातायात नियमों के पालन की शपथ दिलाई।
