एनसीईआरटी की कक्षा 8 की पाठ्यपुस्तक में ऐतिहासिक तथ्य पर पुनर्विचार का अनुरोध
बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-नेशनल काउन्सिल ऑफ़ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग की कक्षा 8 सामाजिक विज्ञान की पाठ्यपुस्तक की इकाई 3, पृष्ठ 71, जुलाई 2025 संस्करण में प्रकाशित मानचित्र में पूर्व बून्दी रियासत सहित सम्पूर्ण राजस्थान को तत्कालीन मराठा साम्राज्य के अधीन दर्शाया गया है। जिस पर पूर्व बून्दी रियासत के 26वें महाराव राजा वंशवर्धन सिंह ने तथ्यात्मक आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि यह विवरण उपलब्ध ऐतिहासिक प्रमाणों से मेल नहीं खाता। “यह प्रस्तुति न केवल ऐतिहासिक तथ्यों से भिन्न है, बल्कि हमारे पूर्वजों के अद्वितीय योगदान और वीरता को भी सही रूप में प्रस्तुत नहीं करती। विद्यार्थियों के सामने प्रेरणादायी और तथ्यपरक इतिहास रखा जाना आवश्यक है।
उन्होंने बताया कि पूर्व बून्दी रियासत, जिसकी स्थापना विक्रम संवत 1297-1298 में हुई थी, राजस्थान की संस्कृति, शौर्य और स्वाभिमान का प्रतीक है। इस गौरवशाली इतिहास का विस्तृत वर्णन पूर्व बून्दी रियासत के कवि श्री सूर्यमल मिश्रण द्वारा रचित ग्रंथ “वंश भास्कर” में मिलता है, जो पूर्व महाराव राजा श्री राम सिंह जी के शासनकाल (सन् 1821-1889 ई.) में लिखा गया था। यह ग्रंथ बून्दी और हाड़ौती के इतिहास का प्रामाणिक स्रोत है।
महाराव राजा वंशवर्धन सिंह ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को पत्र लिखकर इस त्रुटिपूर्ण मानचित्र के तथ्यों की समीक्षा कर संशोधन का अनुरोध किया। उन्होंने पत्र में लिखा कि “इस प्रकार का भ्रामक चित्रण विद्यार्थियों की ऐतिहासिक समझ को प्रभावित कर सकता है और बून्दी, हाड़ौती तथा सम्पूर्ण राजस्थान के गौरवपूर्ण इतिहास को विकृत कर सकता है। इसे सुधारना न केवल शैक्षिक गुणवत्ता बल्कि सांस्कृतिक सम्मान के लिए भी आवश्यक है।” उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि शिक्षा मंत्रालय और एनसीईआरटी इस विषय पर संवेदनशीलता और गंभीरता से विचार कर आवश्यक सुधार करेंगे, जिससे आने वाली पीढ़ियों को सटीक और प्रेरणादायी इतिहास प्राप्त हो सके।