रामप्रसाद मीणा का सपना हुआ साकार
बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- बूंदी जिले की हिण्डोली तहसील के उमर गाँव के एक मेहनती और समर्पित सरकारी शिक्षक जिनका नाम रामप्रसाद मीणा हैं। वह वर्तमान में मॉडल स्कूल, हिण्डोली में कार्यरत हैं। अपने परिवार के वह एकमात्र कमाऊ सदस्य हैं, इसलिए अपने बच्चों के भविष्य और उनकी बेहतर शिक्षा के लिए उनका सपना हमेशा से बहुत बड़ा रहा हैं।
अपने इस सपने को साकार करने के लिए, रामप्रसाद जी ने अपनी कड़ी मेहनत की कमाई से बूंदी शहर के गणेश विहार तृतीय, देवपुरा में एक प्लॉट खरीदा। उनका उद्देश्य स्पष्ट थाः शहर में प्लॉट होने से उनके बच्चों को बेहतरीन शिक्षा के अवसर मिल सकेंगे। हालांकि, यह सपना तब एक बड़ी बाधा के सामने अटक गया जब उन्हें मकान बनाने के लिए होम लोन नहीं मिल सका। इसका कारण था उनके प्लॉट का पट्टा (90-ए) या कन्वर्जन दस्तावेज़ न होना। सरकारी दस्तावेज़ों की कमी के कारण, रामप्रसाद जी अपनी ज़मीन के मालिक होते हुए भी लोन लेकर घर नहीं बना पा रहे थे।
‘शहरी सेवा शिविर 2025′ बना उम्मीद की किरण
लंबे इंतज़ार और निराशा के बाद, रामप्रसाद जी के लिए उम्मीद की एक नई किरण जगी वर्ष 2025 में आयोजित ‘शहरी सेवा शिविर’। इन शिविर का आयोजन नागरिकों के अटके हुए कार्यों को तेज़ी से पूरा करने के उद्देश्य से किया जा रहा हैं। रामप्रसाद जी ने तुरंत अपने प्लॉट के 90-ए पट्टे के लिए आवेदन किया।
इस बार उन्हें इंतज़ार नहीं करना पड़ा। नगर परिषद, बूँदी के आयुक्त श्री धर्मेंद्र कुमार मीणा के सकारात्मक प्रयासों और विभाग की नागरिक हितैषी कार्यप्रणाली के कारण, रामप्रसाद जी का वर्षों पुराना काम आखिरकार पूरा हो गया। शिविर में उन्हें उनके प्लॉट का पट्टा (90-ए) मिल गया।
पट्टा हाथ में आते ही रामप्रसाद जी की खुशी का ठिकाना न रहा। अब वह बैंक से आसानी से होम लोन ले सकते हैं और अपने बच्चों के लिए बूंदी शहर में एक घर बनाने का सपना पूरा कर सकते हैं। यह उपलब्धि सिर्फ एक दस्तावेज़ नहीं, बल्कि उनके और उनके बच्चों के उज्जवल भविष्य की गारंटी हैं।