ईवीएम हेराफेरी और धर्म के नाम वोटो की राजनीति पर जन संगठनों ने आपत्ति जताई
लोकतंत्र के भविष्य के लिए धर्म एवं जाति के आधार पर हो रही चुनावी राजनीति को घातक बताया
23 जनवरी को सुभाष जयंती मनाई जाएगी
रीवा @rubarunewscom>>>>>>>>>>>>>>> समता संपर्क अभियान के तत्वावधान में विभिन्न राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों की एक विशेष बैठक नारी चेतना मंथ की वरिष्ठ नेत्री नजमुननिशा की अध्यक्षता में स्थानीय पूनम जनमासा नेहरू नगर में संपन्न हुई। बैठक में विभिन्न जन समस्याओं को लेकर गहन चर्चा हुई। धर्म एवं जाति के आधार पर हो रही चुनावी राजनीति को लेकर बैठक में विशेष चिंता व्यक्त की गई और इसे देश के लोकतंत्र के भविष्य के लिए घातक बताया।
वक्ताओं ने कहा कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए ईवीएम कदापि विश्वसनीय नहीं है। जिन देशों में नागरिक जागरूकता है। ईवीएम का इस्तेमाल बंद है। विकसित देशों ने ईवीएम टेक्नोलॉजी को नकारते हुए मतपत्र से होने वाले मतदान को अधिक विश्वसनीय माना है। जब मंगलयान और चंद्रयान को धरती में बैठकर नियंत्रित किया जा सकता है तो ईवीएम से छेड़छाड़ करके मतदान क्यों नहीं प्रभावित किया जा सकता है। संपन्न हुए विधानसभा चुनाव परिणामों को लेकर जनसाधारण के मन में ईवीएम की विश्वसनीयता को लेकर सवाल हैं।
वक्ताओं ने कहा कि चुनाव परिणामों को प्रभावित करने के लिए जहां ईवीएम का दुरुपयोग हो रहा है वहीं जनमानस में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का माहौल भी निर्मित किया जा रहा है। देश की नागरिक आजादी में धार्मिक सामाजिक आजादी की गारंटी भी है। राज्य के लिए सभी लोग बराबर हैं इसलिए राज्य का धर्मनिरपेक्ष होना बेहद जरूरी है। धर्म नितांत निजी आस्था का विषय है , इसे राज्य विषयक बनाना गलत होगा। सभी को अपना-अपना धर्म मानने की आजादी है लेकिन दूसरे धर्म के खिलाफ नफरत फैलाने की कतई छूट नहीं है।
भारत 75 वर्ष से भी अधिक समय से धर्मनिरपेक्ष संवैधानिक स्वरूप के चलतें अनेकता में एकता बनाए हुए है। वक्ताओं ने कहा कि चुनाव में धर्म और जाति की राजनीति करने वाले दलों को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। राजनीतिक दलों का सांप्रदायिक एवं जातीय स्वरूप बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। राम के नाम पर हो रही राजनीति एवं उनके नाम पर वोट बटोरने का काम सरासर गलत है। चुनाव आयोग को इस संबंध में संज्ञान लेना चाहिए।
बैठक में तय किया गया कि मंगलवार 23 जनवरी को महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर ग्राम बुढ़वा रायपुर कर्चुलियान में जन संवाद रखा गया है।
संपन्न बैठक में समता संपर्क अभियान के राष्ट्रीय संयोजक अजय खरे, लोकतंत्र सेनानी बृहस्पति सिंह, रामेश्वर सोनी, माहेश्वरी त्रिपाठी, अरविंद त्रिपाठी, इंद्रमणि सिंह एडवोकेट, डॉ सुरेंद्र कुमार मिश्रा, अनिल सिन्हा, रामाधार पटेल, सतीश कुशवाहा एडवोकेट, नेहा त्रिपाठी, परिवर्तन पटेल, इरशाद हुसैन आदि की सक्रिय भागीदारी रही।