मनरेगा का तहत कार्य मजदूरों से न कराकर जेसीबी से खुदवाया तालाब
भिण्ड.ShashikantGoyal/ @www.rubarunews.com>> मेहगांव तहसील में सरपंच सचिव ने मिलकर मनरेगा के तहत होने वाला कार्य में मजदूरों का न लेकर कार्य जेसीबी से कराया इसका खुलासा तब हुआ जब मजदूरों के खातों में पैसे पहुंचे जिसकी सूचना सचिव ने दी और उनसे रकम का कुछ हिस्सा देकर शेष राशि वापस करने के लिए कहा। मेहगांव क्षेत्र के नीम गांव में जहां बीते आठ महीने पहले तालाब बनवाए गए। इन तालाबों में मनरेगा के तहत मजदूरों द्वारा काम न लेकर मशीनों से खुदवाए गए। इसके बाद स्थानीय मजूदरों के खाते में पैसा डाले गए। जब गांव के मजदूरों ने देखा कि उन्होंने काम नहीं किया तो वे इस बात की शिकायत उन्होंने ब्लॉक स्तर पर की। जब उनकी सुनवाई नहीं हुई तो उन्होंने जिला पंचायत सीईओ दफ्तर में पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। नीम गांव के रहने वाले राम बिहारी शर्मा, एक पैर से दिव्यांग है। जून महीने में उनके अकाउंट में 11 सौ रुपए का पेमेंट आया। राम बिहारी शर्मा का आरोप है कि उनके अकाउंट में पेमेंट आने की सूचना गांव के सचिव ने दी और कहा कि चार सौ रुपए रख लो शेष राशि मुझे दे दो। यह सुनकर मजदूर भड़क गया और कहा कि मैंने एक दिन भी मजदूरी नहीं की। फिर मेरे खाते में पैसा कैसे आया? मेरा खाता किसने आपको उपलब्ध कराया।
इस बात की शिकायत को लेकर बीते दिनों से मजदूर शर्मा ब्लॉक स्तर के अफसरों से करने के लिए पहुंचा। इसके बाद राजनीति पहुंच की वजह से सचिव व सरपंच में मामला रफा दफा करा दिया। इसके बाद किसान ने 8 जुलाई को जिला पंचाायत सीईओ के दफ्तर में पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है। जिला पंचायत सीईओ इस मामले की जांच कराए जाने की बात कह रहे है।
इसी तरह से गांव के भीकम सिंह ने भी आरोप लगाया है कि मेरे खाते में 44 सौ रुपए आए है। यह राशि मनरेगा में काम कराए किए जाने के बदले में डाली गई है। मजदूर का आरोप है कि इस राशि में से चार हजार रुपए सचिव ले गया और चार सौ रुपए देकर गया। मजदूर का कहना है कि जब मैंने कोई काम ही नहीं किया है तो शासन का पैसा क्यों लूं। मैं यह पूरी राशि शासन को वापस करना चाहता हूं।
जेसीबी से कराया काम
गांव में तालाब बनाए जाने के लिए जेसीबी से काम कराया गया। यह वीडियो भी स्थानीय लोगों द्वारा प्रशासनिक अफसरों को भेजा गया। इसके बाद भी कोई सुनवाई ग्रामीणों की नहीं हुई। गांव वालों द्वारा बीस से अधिक सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की जा चुकी है।
झूठी शिकायतें कर रहे गांव के कुछ लोग
इस पूरे मामले में गांव के सचिव संजय सिंह भदौरिया का कहना है कि गांव के किसान वीर सिंह बघेल खेत में तालाब बनाया गया था। किसान ने राम विहारी शर्मा के खेत में तालाब खुदाई में मजदूरी किया जाना बताया था। मजदूरी कार्ड दिया था। इस आधार पर खाते में पैसा गया है। वहीं भीकम सिंह झूठ बोल रहे है। स्वार्थवश लोगों द्वारा सरकारी कार्य में बाधा डाली जा रही है। पंचायतों के काम में अड़ंगा लगाए जाने के लिए झूठी शिकायतें की जा रही हैं।
इनका कहना है:
इस मामले की जांच कराई जाएगी। यदि कोई गड़बड़ी हुई है तो कार्रवाई होगी।
डॉ. सतीश कुमार एस कलेक्टर भिण्ड