यूरिया, कैमिकल से बना सिंथेटिक दूध बेचने वालो पर होगी एनएसए की कार्यवाही
श्योपुर.Desk/ @www.rubarunews.com>> कलेक्टर संजय कुमार द्वारा खाद्य पदार्थो में मिलावट रोकने के लिए शुरू किये गये अभियान के तहत आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में शहर के डेयरी संचालको की बैठक आयोजित की गई, जिसमें उन्होंने सख्ती से कहा कि यूरिया, कैमिकल से बना सिंथेटिक दूध का व्यापार करने वालो पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून एनएसए के तहत कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने डेयरी संचालको से अपील की कि मिलावटयुक्त दूध और अन्य डेयरी उत्पाद की बिक्री रोकने में प्रशासन का सहयोग करें। इस अवसर पर शहर के विभिन्न डेयरी संचालक एवं खाद्य सुरक्षा अधिकारी धर्मेन्द्र जैन उपस्थित थे।
कलेक्टर संजय कुमार ने कहा कि अपना व्यापार शुद्धता के साथ करें, अधिक पैसे के लालच में लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड नही करें। समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को महसूस करते हुए अपने व्यापार का संचालन कर अपनी साख बनाये। उन्होंने कहा कि जो लोग मिलावट एवं नकली डेयरी उत्पादो का विक्रय कर रहे है, उन्हें रोकने में प्रशासन की मदद करें तथा इसकी सूचना देें।
कलेक्टर संजय कुमार ने सभी डेयरी संचालको को निर्देश दिये कि जिस भी पशुपालक से वे दूध खरीदते है, उसका हिसाब-किताब रखे तथा रजिस्टर बनाकर आने वाले दूध की एन्ट्री प्रतिदिन की जायें। उन्होने कहा कि कल 25 नवंबर शनिवार को डेयरी संचालक अपने यहां सुबह और शाम में आने वाले दूध की मात्रा तथा प्रदाय करने वाले पशुपालक की जानकारी फूड आफिसर को उपलब्ध करायेगे कि किस पशुपालक से उन्होंने कितना दूध लिया है। इस आधार पर प्रशासनिक अमले से उस पशुपालक की जांच कराई जायेगी कि उसके पास कितना गौधन है, जिससे उसके द्वारा प्रदाय किये जा रहे दूध का आंकलन किया जायेगा। पशुपालक के पास कितनी भैस और कितनी गाय है और उनका दूग्ध उत्पादन औसतन कितना है और उसके द्वारा कितने दूध की आपूर्ति की जा रही है। यदि पशुपालक किसी अन्य पशुपालक का दूध भी ले रहा है तो उसका भी नाम दर्ज किया जायेगा। इसके बाद अंतर आने पर कडी कार्यवाही की जायेगी।
इसी प्रकार की जानकारी जिले के सभी डेयरी संचालक से प्राप्त करने के निर्देश भी फूड आफिसर धमेन्द्र जैन को दिये गये ताकि जिलेभर में दूग्ध उत्पादन की स्थिति का आंकलन किया जा सकें। इसके साथ ही जिले से बाहर दूध की सप्लाई करने वाले और टेकरो के माध्यम से बाहर दूध ले जाने वालो की जानकारी प्रदान करने के निर्देश भी दिये गये। उन्होंने कहा कि सिंथेटिक दूध का व्यापार करने वाले लोगों पर रासूका के तहत कार्यवाही की जायेगी।