राजस्थान

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग के समय जागरूक और सतर्क रहने की आवश्यकता

बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com>> राजकीय कन्या महाविद्यालय बूंदी में राष्ट्रीय सेवा योजना एवं महिला प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में छात्राओं को मॉडर्न तकनीक संबंधित लैंगिक अपराधों से बचाव एवं सुरक्षा के लिए एनजीओ डायरेक्ट हेल्थ अगेंस्ट रिपल्शन एंड एट्रोसिटीज सोसाइटी द्वारा लैंगिक शिक्षा विषय पर विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया।
एनजीओ अध्यक्ष प्रवीण गोस्वामी ने पीपीटी प्रजेंअेशन के माध्यम से फेक आर्टिफिशल इंटेलिजेंस तकनीक के बारे मे विस्तार जानकारी देते हुए इसके अच्छे और बुरे उपयोगों के बारे मे बताया गया। गोस्वामी ने बताया कि वर्तमान में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का उपयोग करके अपनी कार्य क्षमता को बढ़ाने में सक्षम हुए हैं। लेकिन किसी भी तकनीक का उपयोग करते हुए हमे पूर्ण जागरूक और सतर्क रहने की बहुत ज्यादा जरूरत है। इन्होंने बताया कि वर्तमान में गत 7 माह में राजस्थान मे साइबर क्राइम में जिस प्रकार के मामले सामने आए हैं, उनको देखते हुए अब हमे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक से किए जा सकने वाले संभावित अपराध से हमारा बचाव करना सीखना जरूरी हो गया है। जिससे हम हमारी निजता और सुरक्षा को मजबूत करने में सफल रहे। महिलाओं और युवतियों को विशेष कर इंटरनेट और सोशल मीडिया का उपयोग करते समय इन सभी जानकारी और सावधानी का उपयोग करना चाहिए। ए आई तकनीक से अब लोगो की पहचान और प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के अपराध दर्ज किए जा रहे हैं, ऐसे में पुलिस की आवश्यक कार्यवाही के साथ हम आम नागरिक को भी खुद को इतना जागरूक होने की जरूरत है कि कोई भी व्यक्ति किसी बुरे इरादे को अंजाम देने के लिए हमारी फोटो, विडियो, ऑडियो हमारा निजी डेटा इंटरनेट और सोशल मीडिया से तलाश कर अपनी आपराधिक गतिविधियों को न कर सके।
साइबर क्राइम के मामलों में करे पुलिस स्टेशन या साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत
कार्यशाला में जानकारी देते हुए गोस्वामी ने बताया कि यदि आपके साथ ऐसा कोई भी अपराध होता है तो किसी भी व्यक्ति की धमकी और ब्लैकमेल से परेशान होकर निराश होकर कोई गलत कदम उठाने की जरूरत नहीं है। ऐसे मामलों पर सीधे पुलिस स्टेशन या साइबर क्राइम पोर्टल पर रिर्पोट दर्ज करना चाहिए। गोस्वामी ने केस स्टडी और कई फेमस हस्तियों, राजनेताओं आदि पर किए गए इस प्रकार के हमलों से छात्राओं को अवगत करवाया और इस प्रकार के मामलों से सावधान और सुरक्षित रहने की जानकारियां दी। कार्यक्रम में वर्तमान में हो रहे अपराधों पर संदेश दिया गया कि समाज को आवश्यक है कि वह पीड़ित को सहज और सुरक्षित माहौल देने में हर संभव सहायता करे किसी भी पीड़ित का मजाक न बनाए उसकी सहायता करे। कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ. चंपा अग्रवाल  ने    एवं धन्यवाद ज्ञापन राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी डॉ.मनीलता पचानौत  ने   किया।