खजाना निकालने के लिए शरारती तत्वों ने सैकड़ों वर्ष पुरानी तोड़ी शिवलिंग
भिण्ड.ShashikantGoyal/ @www.rubarunews.com>> पांच बदमाशों ने खजाना निकालने के लिए सैकड़ों वर्ष पुरानी भगवान शिवलिंग की मूर्ति को छतिग्रस्त कर दिया और घटना स्थल पर टूटी हुई मुर्ति को छोड़कर भाग गये, जब ग्रामीणों को इसकी जानकारी लगी तो तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। भगवान शिवलिंग की मूर्ति छतिग्रस्त होने से ग्रामीणों में काफी आकोश पनप गया और सभी ग्रामीण एकत्रित होकर आरोपियों पर कार्रवाई करने की मांग करने लगे। यह वारदात गोहद थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत डांग पहाड़ पर घटित हुई। गोहद चौराहा थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत डांग के पहाड़ पर स्थित सैकड़ों वर्ष पुरानी शिवलिंग गुरुवार शराती किस्म के बदमाशों ने दोपहर के तोड़ दी, जिसकी सूचना ग्रामीणों ने पुलिस को दी तो शुक्रवार को घटना स्थल का मुआयना करने के लिए एसडीओपी नरेंद्र सिंह सोलंकी, थाना प्रभारी ओपी मिश्रा ने डांग पहाड़ घटना स्थल पर पहुंचकर जायजा लिया और ग्रामीणों से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि टूटी हुई शिवलिंग एवं नंदी को पास ही बने मंदिर में सुरक्षित तरीके से रखवाया और पुलिस इस मामले में छानबीन कर रही है।
ग्रामीणों ने दी पुलिस को सूचना
मंदिर का पुजारी फरियादी श्रीकृष्ण पुत्र हरविलास जमादार उम्र 50 वर्ष निवासी ग्राम डांग पहाड़ ने पुलिस को बताया गुरुवार दोपहर आरोपी प्रदीप पुत्र लटूरी जाटव उम्र 25 वर्ष, बंटी छोटेलाल उम्र 32 वर्ष, पुलंदर पत्र भरेसिंह उम्र 34 वर्ष, बिहारी जाटव पुत्र भूरेलाल उम्र 35 वर्ष, गजेन्द्र सिंह पुत्र अमरसिंह जाटव उम्र 40 वर्ष, रामलक्ष्मण पुत्र बाबूलाल जाटव निवासीगण ग्राम डॉग सरकार गोहद ने खजाना निकालने के लिए भगवान शिवलिंग की सैकड़ों वर्ष मुर्ति को छतिग्रस्त कर दिया।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने कबूला गुनाह
एसडीओपी नरेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया आरोपीगणों से जब सख्ती के साथ पूछताछ की गई तो आरोपी रामलक्ष्मण जाटव द्वारा कबूल किया गया कि भगवान शिवलिंग की मूर्ति के नीचे धन घड़ा रखा होना बताया, आरोपीगणों द्वारा शिवलिंग को तोड़कर घडा निकालने के लिये गड्ढा खोदा गया लेकिन किसी तरह का धन नहीं मिला। पुलिस ने आरोपीगणों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
इनका कहना है:
ग्राम पंचायत डांग पहाड़ पर भगवान शिवलिंग की मूर्ति को छतिग्रस्त करने वाले छ: आरोपियों को गिरफ्तार कर सभी पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
-नरेन्द्र सोलंकी, एसडीओपी गोहद