कानून व्यवस्था को चुस्त और दुरूस्त बनाया जावे – मुख्यमंत्री श्री चौहान
श्योपुर.Desk/@www.rubarunews.com>>मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कानून व्यवस्था की दिशा में अपराधो की रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाये जावे। साथ ही चिन्हित अपराधों का निराकरण किया जाकर मप्र पुलिस स्पर्धा के रूप में अपने कार्यो को आगे बढाये। जिसमें अतर्गत हमारी पुलिस सबसे अच्छी का संदेश जन-जन तक पहुचाने के प्रयास किये जावे। साथ ही थाना स्तर पर प्रतिस्पर्धा आयोजित की जाकर पुलिस के कार्यो को जवाबदेह बनाया जावे। जिससे प्रदेश में कानून व्यवस्था को चुस्त और दुरूस्त बनाने में मदद मिलेगी। वे आज मंत्रालय भोपाल से वीसी के माध्यम से कलेक्टर्स, कमिश्नर, आईजी, पुलिस अधीक्षक को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कानून व्यवस्था की दृष्टि से मप्र अन्य राज्यो में अपनी पहचान स्थापित कर सकें। जिसमें कानून व्यवस्था महत्वपूर्ण है। जिसमें चिन्हित अपराधों में तेजी लाई जावे। उन्होने कहा कि कलेक्टर-एसपी अपने-अपने जिलों में रणनीति बनाकर कानून व्यवस्था को ओर अधिक प्रभावी बनावे। उन्होने कहा कि कानून व्यवस्था में लापरवाही बरदास्त नही की जावेगी। इस दिशा में रिपोटिंग सिस्टम को भी सुधारा जावे। साथ ही महिलाओ की सुरक्षा की दिशा में जागरूकता अभियान संचालित किया जावे। उन्होने कहा कि आत्मनिर्भर मप्र बनाने की दिशा में उठाये जा रहे कदमों को आगे बढाने के प्रयास किये जावे। जिससे इस दिशा में की गई कार्यवाहियों को आमजनों तक पहुच सकें। उन्होने कहा कि हमारा सोच सभी के कल्याण से संबंधित होनी चाहिए। जिससे मप्र विकास की दिशा में आगे बढेगा। उन्होने कहा कि मप्र शांति का टापू रहा है, इसलिए अपराधियों को किसी भी सूरत में बक्शा नही जावे।
मुख्यमत्री ने कहा कि मिलावटखोरो के विरूद्ध भी अभियान जारी रखा जावे। उन्होने कहा कि एनजीओ के माध्यम से कराये जा रहे कार्यो पर भी निगरानी रखी जावे। जिससे आम लोगों की भलाई की दिशा में किये जा रहे कार्य सभी के सामने आने चाहिए। उन्होने कहा कि भूमि संबंधी विवादित जमीनों को चिन्हाकित किया जाकर उसका सदपयोग जनहित में होना चाहिए। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का लाभ मार्च तक उपलब्ध कराया जाना है। जिसके अंतर्गत उपभोक्ताओं को इस योजना का लाभ देने की दिशा में निरंतर कार्यवाही की जावे। साथ ही 07 फरवरी को विशेष अन्न उत्सव के अतंर्गत राशन उपलब्ध कराने की व्यवस्था कराई जावे।
श्री चौहान ने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण के अतंर्गत शहरी क्षेत्र की सडकों को सुधारने की दिशा में कदम उठाये जावे। साथ ही स्वच्छ सर्वेक्षण को जन आन्दोलन का रूप देने की दिशा में कार्यवाही की जावे। जिला कलेक्टर प्रतिस्पर्धा के युग में शहरी क्षेत्र की सडकों के संधारण कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान करें। साथ ही नगरीय निकायों के माध्यम से सडको की दशा सुधारने की दिशा में कदम उठावे। इसी प्रकार सीवर सिस्टम व्यवस्था को आवश्यकता वाले क्षेत्रो में प्रभावी बनाया जावे।
एनआईसी श्योपुर में उपस्थित अधिकारी
वीसी के दौरान एनआईसी श्योपुर में कलेक्टर शिवम वर्मा, पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया, अपर कलेक्टर टीएन सिंह, जिला पंचायत के एसीईओ डॉ अजय उपाध्याय, डीपीओ महिला बाल विकास ओपी पाण्डेय, उपसंचालक कृषि पी गुजरे, पशुपालन सुभाषबाबू दौहरे, जीएसडीआईसी एसआर चौबे, सीएमएचओ डॉ बीएल यादव, कार्यपालन यंत्री पीएचई बीएस आंचले, डीएमएम आजीविका मिशन एसके मुदगल, सहायक संचाकल उद्यानिकी एसएस तोमर, सहायक आयुक्त आजाक एमपी पिपरैया, बीएमओ डॉ राजेन्द्र वर्मा, एवं अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।